मंदिर में संध्याकाल की आरती के बाद इसकी लौ को चारों दिशाओं में दिखाया जाता है। लेकिन क्या आप आरती के चारों दिशाओं में दिखाने का महत्व जानते हैं। ऐसे में आज हम आपको इसके महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं।