हिन्दू पंचांग के अनुसार हर मास किसी ना किसी देवता को समर्पित है। इसी तरह पौष मास में सूर्य देवता की उपासना का महत्व है। यह सूर्य देव का मास कहलाता है। पौष मास में सूर्य देव की उपासना और अर्ध्य का विधान है। पौष में रविवार के व्रत का भी बहुत महत्व है।