अखिल भारतीय ज्योतिष परिषद के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य कृष्णदत्त शर्मा ने बताया कि फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन प्रदोषकाल में होलिका दहन किया जाता है। धर्मशास्त्रों के मुताबिक दिन के समय, प्रतिपदा में, चतुर्दशी और भद्राकाल में होलिका दहन नहीं किया जाता है।