मार्गशीर्ष माह को भगवान श्रीकृष्ण का ही स्वरूप माना जाता है। इस महीने श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। इससे व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस महीने किए गए दान-पुण्य को भी सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।