वैदिक दृष्टि से देखा जाए, तो कुंडली के चौथे भाव को बंधु भाव भी कहा जाता है। चौथे घर पर चंद्रमा और कर्क राशि शासन होता है। चौथे भाव से जातक के जीवन में मिलने वाली सुख-सुविधाओं के बारे में पता चलता है।