By Astro panchang | Dec 13, 2019
हमारे घर में सबसे महत्वपूर्ण जगह पूजा घर माना जाता है। वहां से अक्सर घर में ऊर्जा और शांति की प्राप्ति होती है। पूजा घर तक़रीबन सबके घर में होता है और बहुत से लोग अपनी हर चीज वास्तु के हिसाब से करना चाहते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूजा घर को भी वास्तु के हिसाब से रखने पर घर में काफी चीजों की प्राप्ति पूर्ण तरीके से होती है। अधिकतर लोगों को वास्तु के बारे में नहीं पता होता लेकिन आज हम आपको पूजा घर के वास्तु के बारे में बताने जा रहे हैं जो की बहुत आसान है। पूजा घर हमेशा वास्तु के हिसाब से होना चाहिए नहीं तो इसके दुष्परिणाम भी होते हैं।
इस दिशा में बनाएं मंदिर
घर बनाते समय सब लोग हर दिशा का वास्तु देखते हैं लेकिन अपने मंदिर का भी वास्तु देखना बहुत ही महत्वूर्ण होता है। मंदिर की सही दिशा ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा मानी जाती है। इसलिए घर का मंदिर हमेशा ईशान कोण में ही बनवाएं। ईशान कोण में मंदिर बनाने से घर में बहुत से लाभ होते हैं जैसे घर में पूर्ण तरीके से सुख समृद्धि और धन की बारिश होने लगती है। मंदिर को ईशान कोण में बनाने के बाद अब बात आती है पूजा करने की, पूजा करते वक़्त हमेशा मुख की दिशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए। वास्तु के अनुसार धन की प्राप्ति के लिए मंदिर का वास्तु के अनुसार होना ज्यादा महत्वपूर्ण साबित होता है और मुख को पूजा के वक़्त पूर्व दिशा में करने से बहुत से लाभ की प्राप्ति और मनचाही चीजें मिल जाती हैं।
इन बातों का भी रखे ध्यान