हिंदू धर्म में शंख को शुभ और पवित्र माना जाता है। धार्मिक अनुष्ठानों में शंख का इस्तेमाल किया जाता है और इसके ज्योतिष में भी कई लाभ बताए गए हैं। बताया जाता है कि घर या मंदिर में जब शंखनाद किया जाता है, तो नकारात्मक ऊर्जा दूर होती हैं। शंखनाद से ही धार्मिक अनुष्ठानों की शुरूआत की जाती है। इसकी ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शंखनाद से वातावरण शुद्ध होता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
ज्योतिष के मुताबिक चंद्रमा और बृहस्पति से शंख का संबंध होता है, जोकि ज्ञान और शांति का कारक होता है। अगर किसी के घर में वास्तु दोष है या फिर नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है, तो शंखनाद से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। रोजाना सुबह के समय शंखनाद करने घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियां खत्म होती हैं और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है।
जानिए धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व
हिंदू धर्म में शंख को बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है। यह न सिर्फ धार्मिक अनुष्ठानों में अहम स्थान रखता है। बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी यह विशेष महत्व रखता है। धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक जगत के पालनहार भगवान विष्णु के हाथों में सुशोभित शंख को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। शंख को समृद्धि और सौभाग्य का भी प्रतीक माना जाता है।
शंख बजाने से निकलने वाली ध्वनि घर में शुभता लाती है और वास्तु दोष को भी कम करती है। पूजा-पाठ के दौरान शंख बजाने से देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और इसको नियमित रूप से बजाने पर स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। क्योंकि शंख श्वसन तंत्र को भी मजबूत बनाता है।
ज्योतिषीय लाभ
सनातन धर्म में शंख को विशेष स्थान प्राप्त है, ज्योतिष भी शंख को बेहद शुभ और शक्तिशाली माना जाता है। इसकी ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और वातावरण भी शुद्ध होता है। घर पर शंख बजाने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे ग्रह दोष शांत होते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा
धार्मिक दृष्टि से शंख बजाना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बल्कि यह घर को सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने का भी प्रभावी उपाय है। शंख बजाने से जो ध्वनि से उत्पन्न कंपन वातावरण को शुद्ध करता है और नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है।
विशेष रूप से उन स्थानों पर शंख बजाना वहां पर लाभकारी होता है, जहां तनाव, कलह और नकारात्मकता बनी रहती है। इससे घर में सुख-शांति का वास होता है और मानसिक तनाव भी कम होता है। रोजाना सुबह शंख बजाने से देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। इससे जातक के जीवन में शुभता और समृद्धि बनी रहती है।
ग्रह दोष निवारण
शंख बजाने को शुभ और प्रभावशाली उपाय माना जाता है। अगर किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष, पितृदोष या किसी अन्य अशुभ ग्रह की स्थिति हो, तो नियमित रूप से शंख बजाने से यह दोष कम हो जाते हैं।
शंख की ध्वनि एक विशेष प्रकार की ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो निगेटिव ग्रहों के प्रभाव को शांत करती है। शंख की ध्वनि शनि, राहु और केतु से जुड़े दोषों को दूर करने में मदद करता है। वहीं शंख बजाने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है और कालसर्प दोष की वजह से उत्पन्न बाधाओं में कमी आती है।
धन और समृद्धि में होगी वृद्धि
शंख को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। शंख घर में रखने से और बजाने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। वहीं अगर आप नियमित रूप से पूजा-पाठ के समय शंखनाद करते हैं, तो इससे घर की आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है। शंख की ध्वनि से वायुमंडल में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है, इससे मानसिक तनाव कम होता है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं। वहीं शंख की ध्वनि से भूत-प्रेत और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।