कुछ लोगों की घर के दरवाजे पर जूते-चप्पल आदि उतारने की आदत होती है। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार, कभी भी घर के मुख्य द्वार पर जूते-चप्पल नहीं उतारने चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से वास्तुदोष पैदा होता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा वास करने लगती है। जिसके कारण व्यक्ति के जीवन में तमाम समस्याएं आने लगती हैं। इसलिए घर के मुख्य दरवाजे पर जूते चप्पल उतारने की गलती नहीं करनी चाहिए
जानिए घर के मुख्य द्वारा का महत्व
बता दें कि घर के मुख्य द्वारा को भगवान श्री गणेश का प्रतीक माना जाता है। जिस दिशा में मुख्य द्वार होता है, उस दिशा के ग्रह स्वामी का घर पर प्रभाव अधिक होता है।
इसके अलावा घर की दहलीज पर राहु का वास होता है। इसलिए घर की चौखट को हमेशा साफ-सुथरा और अखंड रखने की सलाह दी जाती है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में मुख्य द्वार से ही सुख-समृद्धि और तरक्की आती है। जिस घर की दहलीज जितनी मजबूत होती है, राहु का प्रभाव उतना ही शुभ होता है।
घर के मेनगेट और दहलीज को लेकर वास्तु और ज्योतिष से जुड़ी विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। साथ ही नियमों का भी पालन करना चाहिए।
क्यों न उतारें जूते-चप्पल
घर के मुख्य दरवाजे पर कभी भी जूत-चप्पल इसलिए भी नहीं उतारना चाहिए। क्योंकि इसे गणेश भगवान के अपमान से जोड़ा जाता है। मुख्य द्वारा पर जूते-चप्पल उतारने से उनका वास घर में खत्म हो जाता है।
घर के मुख्य द्वार पर जूता-चप्पल उतारने से राहु का दुष्प्रभाव बढ़ता है। इसके अलावा कुंडली में भी राहु बुरा असर दिखाता है।
घर के मुख्य द्वारा या मुख्य द्वार के आसपास कभी भी चप्पच-जूता नहीं उतारना चाहिए। इससे राहु दोष लगने के साथ ही दुर्भाग्य का रास्ता खुलता है।
मान्यता के अनुसार, घर के मुख्य द्वारा पर जूता-चप्पल उतारने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। जिसके कारण व्यक्ति को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है।
किस तरह रखें चप्पल-जूते
जूते-चप्पल को हमेशा घर पर शू रैक में रखना चाहिए। कभी भी चप्पल-जूते उल्टे न रहने दें। जूता-चप्पल के उल्टा होने पर उन्हें फौरन सीधा कर दें।
घर के मुख्य द्वार से थोड़ी सी दूरी पर भी आप शू रैक कर सकती हैं। लेकिन कभी भी घर के मुख्य द्वारा के ठीक सामने या आसपास शू रैक रखने से बचना चाहिए।