ज्योतिषों के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति पर वास्तु का प्रभाव जीवन के हर छोर पर पड़ता है, यहां तक कि घर, मकान, दुकान, ऑफिस, उद्योग-धंधों आदि पर भी वास्तु का गहरा असर पड़ता है। इस असर को निष्क्रिय कर देने और जीवन के भली-भांति संचालन के लिए वास्तु टिप्स दिए गए हैं। आइए जानते हैं 20 ऐसी सलाहों के बारे में जिन्हें अपना लेने से कई समस्याओं की जड़ अपने आप ही सूख जाएगी।
1. बहुमंजिला इमारतों में अक्सर बेडरूम बनाने में लोग गलतियां कर बैठते हैं। वास्तु के अनुसार घर के मुखिया का बेडरूम ग्राउंड फ्लोर पर देने की मनाही होती है। घर के बुजुर्ग या मुखिया का बेडरूम या तो फर्स्ट फ्लोर में हो अथवा सबसे ऊपरी मंजिल में बेडरूम दिया जा सकता है।
2. किसी भी दंपत्ति के बेडरूम में लगे पलंग पर बिछा हुआ गद्दा अलग-अलग नहीं होना चाहिए। आज के आधुनिक लोग फैशन की दुनिया में बिस्तर को शानदार बनाने के बीच वास्तु के नियम को तोड़ देते हैं। जबकि वस्तु की सलाह के अनुसार अलग अलग गद्दे बिछाना अशुभ होता है।
3. ऐसे टीन ऐज वाले जो 16 वर्ष के हैं, उनका बेडरूम पश्चिम दिशा की ओर रखा जाना चाहिए। अन्य किसी भी दिशा में बेडरूम का होना नुकसानदायक हो सकता है।
4. वस्तु की सलाह के मुताबिक रात को सोते समय किसी भी व्यक्ति के पैर कमरे के द्वार की ओर नहीं होना चाहिए।
5. घर में बनाई गए बाथरूम, शौचालय इत्यादि के लिए पानी निकासी की व्यवस्था उत्तर पूर्व दिशा में ही करनी चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसा ना करने पर वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।
6. नए घर का निर्माण कराते समय दक्षिण दिशा में बनने वाली दीवारों को मोटाई में बनवाना चाहिए। वास्तु के अनुसार ऐसा नए घर के लिए शुभ माना जाता है।
7. घर का निर्माण कराते समय अधिकतर लोग सीढ़ियों को मनमाने ढंग से कहीं पर भी बनवा देते हैं। लेकिन सिढ़ियों के निर्माण में भी वास्तु शास्त्र लागू होता है जिसमें कहा गया है, सीढ़ियों का निर्माण उत्तर दिशा में होना जरूरी है।
8. घर में छोटे-छोटे बच्चों के लिए अलमारी बनवाई जाती है लेकिन इसे बनाने में भी वास्तु का ध्यान रखना चाहिए। बच्चों की अलमारी नैऋत्य कोण में बनाना आवश्यक होता है।
9. आपके घर के बाथरूम में लगा हुआ आईना कभी मुख्य द्वार के बिल्कुल सीट में नहीं होना चाहिए वास्तु के अनुसार ऐसा अशुभ माना जाता है।
10. अक्सर लोगों के घरों में यहां देखा जाता है कि घर में लगे वास-वेसिंग के नलों से पानी टिप-टिप कर टपकता रहता है, यह वास्तु दोष का सबसे बड़ा कारण बन सकता है। इसलिए नल को तुरंत ठीक कर पानी की बूंद को टपकने से रोकना चाहिए।
11. घर में बाथरूम को अपने बेडरूम से थोड़ा नीचे की तरफ रखें वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करना चाहिए।
12. बाथरूम में लगाई गई टाइलों के रंगों का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है, वास्तु के हिसाब से टाइलों का रंग कभी गहरा नहीं होना चाहिए।
13. वास्तु शास्त्र के हिसाब से बताएं की सलाह में बेडरूम में भगवान की मूर्ति रखना वर्जित है। जिस कक्ष में आप सोते हैं, उसमें भगवान की मूर्ति रखने से बचें।
14. घर में बनाए गए मंदिर मेला का द्वार हमेशा दो-पट वाला होना चाहिए। वास्तु के अनुसार ऐसा शुभ माना जाता है।
15. अपने घर की कहानी में कोशिश करें कि हमेशा नीले रंग की बाल्टी रखें। वास्तु के अनुसार ऐसा जरूर करना चाहिए।
16. घर में कराई गई लाइट फिटिंग लापरवाही पूर्वक ना कराएं, क्योंकि इसके लिए भी वास्तु शास्त्र सलाह देता है। वास्तु के मुताबिक बिजली का मेन बोर्ड हमेशा अग्नि कोण में लगाना चाहिए।
17. घरों में लगने वाले मकड़ी के जालों को समय-समय पर साफ करते रहें। वास्तु के अनुसार घर में लगे जाले प्रगति को रोकते हैं और रोगों की उत्पत्ति करने में उनका बहुत बड़ा हाथ होता है।
18. घर में लगाए गए पर दो के रंग का विशेष ध्यान रखना चाहिए वरना यह भी वास्तु दोष का कारण बन सकता है। उत्तर पश्चिम दिशा में ग्रे कलर का पता लगाना शुभ माना जाता है।
19. वास्तु के अनुसार ऐसा माना जाता है कि किचन में जाकर कभी भी रोना नहीं चाहिए। इससे स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव ना पड़ते हुए किसी भी प्रकार की बीमारी होने का खतरा हो सकता है।
20. घर में बनाया गया मुख्य द्वार कभी भी बाहर की तरफ नहीं खुलना चाहिए। वास्तु दोष का यह एक बड़ा कारण हो सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार बताए गए इन सभी सलाह का पालन करके देखिए आपकी दिनचर्या में और आपकी प्रगति में कोई बाधा नहीं आएगी। वास्तु शास्त्र के हिसाब से जीवन का निर्धारण करना जरूरी होता है।