आजकल की बदलती जीवनशैली और खराब खानपान की वजह से कई गंभीर बीमारियां आम हो गई हैं। लेकिन कई बार एहतियात बरतने के बाद भी कोई न कोई बीमारी हमें घेरे रहती है। यह वास्तु दोष के कारण हो सकता है। वास्तुशास्त्र में अच्छे स्वास्थ्य को लेकर कई नियम बताए गए हैं। वास्तुशास्त्र में बताए गए नियमों और उपायों का पालन करने से रोगों से बचाव होता है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है। आज के इस लेख में हम आपको अच्छी सेहत के लिए वास्तु टिप्स बताने जा रहे हैं -
- वास्तुशास्त्र के अनुसार सोने के कमरे में पानी से संबंधित कोई भी चीज़ नहीं होनी चाहिए। बेडरूम में नदी, झरने या पानी से संबंधित कोई अन्य तस्वीर या पेंटिंग नहीं लगानी चाहिए।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार रात में सोते समय आपका सिर उस तरफ नहीं होना चाहिए जहाँ शौचालय बना हो या वाशिंग मशीन हो।
- वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार अगर कमरे में शीशा लगा हो तो सोते समय सिर को शीशे की तरफ नहीं रखना चाहिए। शीशा, अग्नि तत्व के प्रभाव को कम करता है। इसका सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर होता है।
- यदि घर के किसी भी कमरे का दरवाजा सीढ़ियों की तरफ खुलता हो तो ऐसे कमरे में नहीं सोना चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव होता है।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के किसी भी कोने में सीलन नहीं होनी चाहिए। वास्तु के मुताबिक, घर में सीलन होने से नकारत्मक ऊर्र्जा बढ़ती है। इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है इसलिए सीलन की जल्द से जल्द मरम्मत करवानी चाहिए।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार छत पर लगी लोहे की बीम के नीचे सोने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव होता है और आपसी संबंध भी खराब होते हैं।
- वास्तुशास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोने से ऊर्जा का संचार होता है आयु लंबी होती है।