अक्सर लोग नया मकान या दुकान खरीदने से पहले दिशा का विशेष तौर पर ध्यान रखते हैं। माना जाता है कि यदि व्यक्ति घर या दुकान खरीदते समय सही दिशा वा घर नहीं लेते तो आपके जीवन में तमाम समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ठीक इसी तरह से दुकान का भी सही दिशा में होना जरूरी है। क्योंकि गलत दिशा में दुकान आदि होने से नुकसान होने की संभावना होती है।
अधिकतर लोग दक्षिणमुखी दुकान या घर लेना पसंद नहीं करते। लेकिन आपकी दुकान दक्षिणमुखी है तो आप कुछ आसान वास्तु टिप्स की मदद से मुनाफा पा सकते हैं। वास्तु दिशा-निर्देशों को दक्षिण मुखी दुकान के लिए ध्यान से लागू करते हैं, तो आप कई समस्याओं से बच सकते हैं। आइए जानते हैं वास्तु विशेषज्ञ वास्तु के कुछ आसान उपायों के बारे में...
करें ये उपाय
वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार, यदि आपकी दुकान दक्षिणमुखी है तो आपको दुकान का दक्षिण हिस्सा ऊंचा रखना चाहिए। इससे आपको फायदा हो सकता है। वास्तु एक्सपर्ट्स ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि आपकी दुकान किसी ऐसी दिशा में हैं, जहां पर दुकानदार काफी धन कमा सकता है। उन्होंने बताया कि किसी भी दुकान के दक्षिण वाला क्षेत्र करीब 15-20% ज्यादा होना चाहिए।
ऐसी दुकानों को लेने से व्यक्ति का व्यवसाय फलता-फूलता है। इसके साथ ही व्यक्ति को आर्थिक लाभ भी होता है। बता दें कि जिस भी व्यक्ति की दुकान के पीछे खुली जगह ज्यादा होती है। वह दुकान लाभदायक होती है। इसके साथ ही दुकान के पास उत्तर दिशा में खुला स्थान काफी फायदेमंद होता है। अगर व्यक्ति अपनी दुकान के लिए सिर्फ एक दरवाजे का इस्तेमाल करते हैं, तो इसके लिए दक्षिण दिशा सबसे अच्छी होती है।
ऐसे रखें कैश काउंटर
वास्तु एक्सपर्ट्स के मुताबिक किसी भी दुकान के लिए कैश काउंटर का बहुत अहम स्थान होता है। वहीं वास्तु शास्त्र के हिसाब से हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में कैश काउंटर को रखना चाहिए। दक्षिण-पूर्व दिशा भगवान अग्नि का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि चारों तरफ से धन को आकर्षित करने के लिए इस स्थान पर कैश काउंटर रखना चाहिए। जो भी व्यक्ति अपनी दुकान में कैश काउंटर को दक्षिण-पूर्व दिशा में होता है। वह काफी आगे बढ़ने के साथ अपने व्यवसाय में भी बहुत मुनाफा कमाता है। वहीं दक्षिण मुखी दुकान में उत्तर या पूर्व दिशा में कैश काउंटर रखने से बचना चाहिए।
इस दिशा में बैठे मालिक
अगर आपकी अपनी दुकान है तो दुकान में बैठने के दौरान आपका मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। क्योंकि यह ब्रह्म स्थान भी कहा जाता है। इसलिए यह केंद्र स्थान पूरी तरह से बाधा रहित होना चाहिए। इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि दक्षिण मुखी दुकान में मुख्य द्वार पर कोई भी भारी सामान नहीं रखना चाहिए। दुकान के मालिक को कुर्सी के साथ दुकान की तिजोरी को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए।
इसके अलावा दुकान के गल्ले यानी के पैसे वाले डिब्बे का मुख और मालिक की कुर्सी उत्तर पूर्व दिशा में होनी चाहिए। उत्तर और दक्षिण क्षेत्र के रूप में दुकान को दो बराबर हिस्सों में विभाजित करने पर दुकान के मालिक को हमेशा दक्षिण क्षेत्र में बैठना चाहिए। क्योंकि दक्षिण मुखी दुकान में यदि मालिक पूर्व दिशा में बैठता है, तो उसको फायदे के स्थान पर नुकसान होने की संभावना होती है।
दुकान में रखें प्राकृतिक चीजें
दक्षिण मुखी घर या दुकान में आपको प्राकृतिक पौधे भी रखने चाहिए। इससे दुकान व घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आप घर या दुकान पर स्नेक प्लांट एरेका पाम आदि के पौधे लगा सकते हैं। हालांकि आर्टिफिशियल पौधे लगाने से बचना चाहिए। इसके अलावा घर व दुकान के मुख्य द्वार पर लाफिंग बुद्धा भी लगा सकते हैं। बता दें कि लाफिंग बुद्धा खुशहाली का प्रतीक होता है।