होम
कुंडली
टैरो
अंक ज्योतिष
पंचांग
धर्म
वास्तु
हस्तरेखा
राशिफल
वीडियो
हिन्दी न्यूज़
CLOSE

धूप से जुड़े ये वास्तु उपाय दूर करेंगे घर में मौजूद नकारत्मकता, घर में आएगी खुशहाली

By Astro panchang | Dec 27, 2021

हिंदू धर्म में भगवान के समक्ष धूप-दीप करने का विशेष महत्व है। माना जाता है क‍ि न‍ियम‍ित रूप से धूप-दीप करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी परेशानियाँ दूर होती हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार, धूप के उपाय करने से घर में मौजूद वास्तु दोष और नकारत्मकता ऊर्जा दूर होती है। आज के इस लेख में हम आपको धूप से जुड़े ज्योतिषीय टोटके बताने जा रहे हैं - 

घर से नेगेटिव एनर्जी को बाहर निकालने के लिए लोबान को गाय के गोबर के उपले की आग में रख दें। जब लोबान जलने लगे तो उससे निकल रहे धुंए को अच्छे से सारे घर में घुमाएं। ऐसा करने से घर से नेगेटिव एनर्जी बाहर निकल जाएगी और घर में सकारात्मकता आएगी। 

घर से नेगेटिव एनर्जी को बाहर निकालने के लिए लोबान, गुग्गल, कर्पूर, देशी घी और चदंन को एक साथ मिलाकर जलाएं और इसका धुआँ घर के हर कोने तक फैलाएं। ऐसा करने से घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी बाहर निकल जाएगी।

नकारात्मक ऊर्जा को घर से मुक्त करने के लिए गुरुवार और रविवार को लोबान, गुड़ और घी मिलाकर उसे कंडे पर जलाएं। चाहे तो इसमें पके चावल भी मिला सकते हैं। इससे एक सुगंधित वातावरण बनेगा जो घर से नकारात्मक ऊर्जा को निकालने  में मदद करेगी।

एक कटोरी में तेल लेकर उसको धूप में अच्छे से गर्म होने दें। इसके बाद रात में जलती हुई लकड़ी या उपले को जलाकर उसके ऊपर लोबान को रख दें। जब लोबान जलने लगे तो उसमें धीरे-धीरे कटोरी वाले तेल को डालते रहें और इसके धुंए को घर में अच्छे से फैलाएं। यह घर में मौजूद नेगेटिव एनर्जी को दूर करने का बहुत अच्छा उपाय है। 

अगर आपको लगता है कि आपके घर में किसी ने कुछ तंत्र-मंत्र कर रखा है तो जावित्री, गायत्री और केसर को कूटकर मिला लें। इसके बाद इसमें गुग्गल मिला लें। इस मिश्रण की धूप न‍ियम‍ित रूप से 21 दिनों तक शाम के समय करें। ऐसा करने से घर में मौजूद नकारत्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।  

नकारात्मकता को घर से निकालने के लिए पीली सरसों, गुगल, लोबान, गौघृत को मिलाकर इसकी धूप बना लें। इन चीजों को सूर्य अस्त होने से पहले कंडों में रख कर जला लें। इस उपाय को 21 दिन तक लगातार करने से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है।
Copyright ©
Dwarikesh Informatics Limited. All Rights Reserved.