अगर ऑफिस में आपका बार-बार किसी से झगड़ा हो रहा है या अन्य कर्मचारियों से नहीं बन रही है। तो इसका कारण वास्तु दोष भी हो सकता है। वहीं अगर काम में आपका मन नहीं लग रहा है या फिर आपका व्यापार प्रभावित हो रहा है, तो यह वास्तु दोष के लक्षण हो सकते हैं। इसके लिए हमें छोटी-छोटी चीजों को ध्यान में रखना चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको वास्तु दोष और ऑफिस वास्तु टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं। इन वास्तु नियमों को अपनाने से आपका कारोबार फलेगा-फूलेगा।
ऑफिस वास्तु टिप्स
बता दें कि वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में गहरा प्रभाव पड़ता है। क्योंकि वास्तु के हिसाब से न तो हमारा घर बना होता है और न ही कार्यस्थल। ऐसे में हमारे कामों और ऑफिस के सभी कामकाजों पर इसका असर पड़ता है। वहीं दरिद्रता आने लगती है और धन की देवी मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं। इसलिए वास्तु दोषों को ठीक करना बहुत जरूरी होता है।
फॉलो करें ये वास्तु टिप्स
ऑफिस में काम करने के लिए कुर्सी का एक निश्चित स्थान होना चाहिए। ऑफिस कुर्सी को इस तरह से व्यवस्थित करना चाहिए कि कार्यस्थल पर आने वाले हर व्यक्ति की नजर आपके ऊपर रहे। ऐसा करने से आने वाली बाधाएं दूर होंगी और आपके किसी भी काम में अड़चन नहीं आएगी। वहीं ऑफिस की साफ-सफाई का भी ख्याल रखें।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक आप जिस भी डेस्क पर बैठकर काम करते हैं। उस डेस्क पर उत्तर दिशा की ओर बांस का पौधा, सिक्को का जहाज, जापानी बिल्ली और हरे-भरे चित्र रखने चाहिए।
व्यापार व कारोबार में तरक्की के लिए डेस्क पर उत्तर-पूर्व दिशा में अपने इष्टदेव की फोटो जरूर लगानी चाहिए। वहीं कार्य शुरू करने से पहले इष्टदेव को प्रणाम जरूर करें। इससे आपकी मानसिक स्पष्टता बनी रहेगी और आपको हमेशा सही मार्गदर्शन मिलेगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, काम करने के लिए ऐसी जगह का चयन करें, जहां पर कुर्सी के पीछे दीवार हो। या फिर ऑफिस या कारोबारी का मेन गेट आपकी कुर्सी के पीछे हो।
जिस जगह पर बैठकर आप काम करते हैं, वह स्थान पवित्र होना चाहिए। क्योंकि यह जगह आपकी आजीविका का साधन होती है। इसलिए कभी भी डेस्क पर खाना-पीना नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा मेज पर भोजन, चाय, कॉफी और मांस-मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक लैपटॉप व कंप्यूटर को हमेशा सही स्थान पर ही रखें। हमेशा ईशान कोण में ही लैपटॉप या कंप्यूटर को रखना चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है। साथ ही ऐसा करने से व्यक्ति सही निर्णय लेता है।