वास्तुशास्त्र के अनुसार यदि घर में कोई वास्तु दोष तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है। घर में वास्तु दोष होने से जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि किसी घर में वास्तु दोष हो तो इसकी वजह से घर में कलह, परिवार के किसी सदस्य को बीमारी या धन-हानि जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार घर खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए -
घर खरीदते समय मुख्य द्वार की दिशा को ध्यान में अवश्य रखना चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर या घर के लिए जमीन खरीदते समय इस बार का ध्यान रखें कि वह दक्षिणमुखी ना हो। वास्तु के अनुसार यह अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा की ओर होना शुभ माना जाता है। इस दिशा में दरवाजा होने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
घर खरीदते समय इस बात का ध्यान दें कि घर के सामने कोई पेड़, खंबा या मंदिर नहीं होना चाहिए। माना जाता है कि यह आपकी तरक्की के मार्ग में रुकावट पैदा कर सकता है। इसलिए घर खरीदने से पहले देख लें कि सामने कोई पेड़ या मंदिर ना हो।
वास्तु के अनुसार घर या जमीन खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि उस स्थान पर या बिलकुल आसपास कोई कुआँ या तालाब आदि नहीं होना चाहिए। वास्तु के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में इनका होना शुभ नहीं माना गया है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि घर की कोई भी दिशा या कोना कहीं से कटा हुआ नहीं होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, वर्गाकार या आयताकार घर शुभ माना जाता है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में सूर्य की रोशनी और हवा आना बहुत जरुरी है। घर लेने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि घर में सूर्य की रोशनी और हवा आने की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
वास्तुशास्त्र के अनुसार जिस जमीन पर कांटेदार पेड़ उगे हों या जमीन में गड्ढे हों तो ऐसे भूमि पर घर का निर्माण नहीं करना चाहिए। वास्तु में ऐसी भूमि पर घर बनाना अशुभ माना गया है और इससे जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।