By Astro panchang | Feb 13, 2020
भविष्य जानने के लिए जन्म कुंडली, हस्तरेखा और न्यूमरोलॉजी का सहारा लिया जाता है। ज्योतिष की दुनिया में छिपे सवालों का जवाब देने के लिए मौजूद इन सभी विधाओं में एक और विधा भी है जिसे टैरो कार्ड रीडिंग कहा जाता है। टैरो कार्ड रीडिंग में टैरो कार्ड के ऊपर अंक, रंग, संकेत तथा पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश जैसे पांच तत्व दर्शाए गए होते हैं, जिनके आधार पर भविष्य का अनुमान लगाया जाता है और जीवन में आने वाली अनेक प्रकार की बाधाओं को हल करने में मददगार है।
ताश के पत्तों की तरह दिखने वाले इन टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमय प्रतीकात्मक चिह्न बने होते हैं, जो उससे संबंधित व्यक्ति के साथ भविष्य में होने वाली घटनाओं को बहुत हद तक बता सकते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि भविष्य की सटीक जानकारी देने वाली टैरो कार्ड रीडिंग की शुरूआत सबसे पहले चौदहवीं शताब्दी में इटली में एंटरटेनमेंट के तौर पर अपनाया गया था। लेकिन बहुत ही जल्द यह विद्या यूरोप के बहुत से देशों में फैल गई और धीरे-धीरे इसे सिर्फ एंटरटेनमेंट का जरिया ना मानकर भविष्य जानने की विद्या के तौर पर अपनाया गया।
सूर्य (दी सन)
यह बहुत शुभ कार्ड माना जाता है, जो बहुत खुशियों से भरा होता है। यह कार्ड मस्ती भरी छुट्टियां, बच्चों के संबंध में शुभ समाचार या किसी लंबे इंतजार के बाद पैदा हुए बच्चे का प्रतीक है। यह कार्ड परिवार और दोस्तो के साथ मौज-मस्ती का प्रतीक है। यह सारी नेगेटिव सिचुएशन को हटाकर खुशियों के आने का प्रतीक होता है। साधारण शब्द में कहें तो इस कार्ड का स्वामी स्वयं सूर्य ग्रह है, जो दर्शाता है कि आने वाला समय खुशियों से भरा हुआ है। मस्ती से भरा, परिवार के साथ बिताने वाला टाइम आपका इंतजार कर रहा है। हो सकता है कि कोई शुभ समाचार भी मिलने वाला है।