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Hanuman Puja Tips: हनुमान जी के किस स्वरूप की पूजा सबसे ज्यादा फलदायी, जानिए यहां

By Astro panchang | Jun 11, 2024

सनातन धर्म में जितना महत्व पूजा-अर्चना का होता है, उतना ही महत्व दिन के हिसाब से देवी-देवताओं के पूजा का होता है। मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। मंगलवार के दिन जो भी भक्त हनुमान जी की पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। क्योंकि हनुमान जी अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेते हैं। इसी चमत्कारी गुण के कारण बजरंगबली को संकट मोचन भी कहा जाता है।
 
हनुमान जी के तमाम स्वरूप हैं, जिनकी पूजा की जाती है। पवनपुत्र के इन अलग-अलग स्वरूपों की पूजा से अलग-अलग फल प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं कि हनुमान जी के इस स्वरूप की पूजा करने से क्या फल प्राप्त होता है।

पंचमुखी हनुमान
पंचमुखी हनुमान की पूजा करने से घर में आ रही विघ्न-बाधाओं से मुक्ति मिलती है। वहीं व्यक्ति के तरक्की के द्वार खुल जाएंगे। अगर आपको अपने घर में नकारात्मक शक्ति महसूस हो रही है, तो आप घर में पंचमुखी हनुमान की तस्वीर स्थापित कर पूजा-पाठ कर सकते हैं। इससे घर में नकारात्मक शक्ति नहीं प्रवेश करती है। रावण के पुत्र अहिरावण के वध के लिए हनुमान ने पंचमुखी स्वरूप धारण किया था।

वीर हनुमान
जो व्यक्ति हनुमान जी के वीर हनुमान स्वरूप की पूजा करता है, उसके बल, पराक्रम और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। इस स्वरूप की पूजा करने से व्यक्ति वीर, पराक्रमी होने के साथ ही काम में आ रही रुकावटों का अंत होता है।

एकादशी हनुमान
कालकारमुख नामक दैत्य का वध करने के लिए हनुमान ने श्रीराम की आज्ञा से एकादशी रूप धारण किया। हनुमान जी ने शनिवार के दिन कालकारमुख नामक दैत्य और उनकी सेना का वध कर दिया था। हनुमान जी के एकादशी स्वरूप की पूजा करने से सभी देवी-देवताओं की पूजा का फल मिलता है।

दास हनुमान
बता दें कि दास हनुमान का स्वरूप अक्सर तस्वीरों में दिखता है। इस तस्वीर में हनुमान श्रीराम के चरणों में हाथ जोड़कर बैठे हैं। अक्सर घर के मंदिर में इस तरह की प्रतिमाएं मिलती हैं। इस स्वरूप की पूजा करने से व्यक्ति में समर्पन और सेवा की भावना बढ़ती है। इस स्वरूप की पूजा करने से व्यक्ति हर कार्य में सफलता हासिल करता है।

रामभक्त हनुमान
हनुमान जी श्रीराम के अनन्य भक्त हैं और हमेशा उनकी भक्ति में लीन रहते हैं। ऐसे में हनुमान जी की श्रीराम की भक्ति करते हुए स्वरूप की पूजा करना शुभ होता है। हनुमान जी के इस स्वरूप में उनके हाथ में करताल दिखती है। जो भी व्यक्ति इस स्वरूप की पूजा करता है, वह अपने जीवन के हर लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लेता है।

सूर्यमुखी हनुमान
धार्मिक शास्त्रों में सूर्यदेव को हनुमान जी का गुरु बताया गया है। ऐसे में यदि आप हनुमान जी के सूर्यमुखी स्वरूप की पूजा करते हैं, तो व्यक्ति को बुद्धि, ज्ञान, सम्मान और तरक्की मिलती है। बता दें कि सूर्यमुखी हनुमान को पूर्वमुखी हनुमान भी कहा जाता है।
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