हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली के रूप में मनाते हैं। इस बार दिवाली 04 नवंबर (गुरुवार) को मनाई जाएगी। दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है। दिवाली को दीपों का त्यौहार भी कहा जाता है। इस दिन चारों ओर दीयों की रोशनी से अमावस्या की काली अँधेरी रात में पूर्णिमा जैसी बन जाती है। इस दिन माँ लक्ष्मी की पूरे विधि-विधान और श्रद्धा भाव से पूजा-अर्चना की जाती है। माना जाता है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को धन-वैभव का आशीर्वाद देती हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, दिवाली में कुछ काम करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। वहीं, कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें भूलकर भी दिवाली के दिन नहीं करने चाहिए। मान्यताओं के अनुसार इससे लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं और घर में दरिद्रता आती है -
दिवाली के दिन करें ये काम
दिवाली के दिन घर की अच्छी तरह से सफाई करें विशेषकर मुख्य द्वार को अच्छी तरह से साफ करें। शास्त्रों के अनुसार स्वच्छ और पवित्र जगहों पर ही माँ लक्ष्मी का वास होता है इसलिए दिवाली के दिन घर की साफ-सफाई करनी चाहिए।
दिवाली के दिन घर के बाहर रंगोली अवश्य बनाएं। हिंदू धर्म में रंगोली को बहुत शुभ माना जाता है। माँ लक्ष्मी के स्वागत के लिए रंग-अबीर से रंगोली बनाएँ।
दिवाली के दिन घर के साथ-साथ अपने तन और मन की स्वच्छता पर भी ध्यान दें। इस दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए। सुबह नहाकर साफ कपड़े पहनने के बाद पूजा करें।
दिवाली के दिन घर के बड़े सदस्यों का सम्मान करना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
दिवाली के दिन भूलकर भी ना करें ये काम
दीपावली के दिन भूलकर भी घर पर किसी से भी लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार जिस घर में कलह होती है वहाँ पर माँ लक्ष्मी का वास नहीं होता है।
दिवाली के दिन कभी भी शाम के समय सोना नहीं चाहिए। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी में प्रवेश नहीं करती हैं और घर में दरिद्रता आती है।
दिवाली के दिन भूलकर भी माँस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी रुष्ठ हो जाती हैं और घर में गरीबी और दरिद्रता आती है।
दिवाली के दिन किसी को पैसा उधार नहीं देने चाहे। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी नाराज होकर घर से चली जाती हैं और घर में दरिद्रता आती है।
दिवाली के दिन के दिन भूलकर भी झाड़ू को पैर ना मारें और ना ही झाड़ू को खड़ा करके रखें। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी का अपमान होता है और लक्ष्मी नाराज होकर घर से चली जाती हैं।