आज के समय में धन-समृद्धि के बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जाती है। लेकिन हर व्यक्ति को धन और समृद्धि इतनी आसानी से प्राप्त नहीं होती है। धन-समृद्धि कैसे प्राप्त हो इसके बारे में शायद ही आपको कोई बता पाए। लेकिन हमारे हिंदू धर्म ग्रंथों में मां दुर्गा की 10वीं महाविद्या कमला के मंत्र बताए गए हैं। ऐसे में अगर आप भी धन-समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको मां कमला के धन-समृ्द्धि प्राप्ति मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं।
जानिए कौन हैं कमला देवी
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक मां दुर्गा की दस महाविद्या देवी कमला हैं। मां का यह स्वरूप पूर्णता कृपामई और सर्वोच्च दिव्य स्वरूप है। कमला देवी की तुलना मां लक्ष्मी के साथ की जाती है। इनको मां लक्ष्मी और तांत्रिक लक्ष्मी भी कहा जाता है। देवी कमला की पूजा-अर्चना करने वाले व्यक्ति को समृ्द्धि, उर्वरता, संपत्ति, उपज और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मां कमला धन और धान्य के देवी हैं।
मां कमला के स्वरूप का वर्णन
धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक मां कमला लाल पोशाक धारण किए हैं। वह स्वर्ण आभूषणों से सुसज्जित हैं। मां कमला स्वर्ण वर्ण की हैं। मां के चार हाथ हैं, यह अपनी दो हाथों में कमल पुष्प धारण किए हैं और अन्य दो हाथ में वरद और अभय मु्द्रा रहती है। उनके समक्ष चार गजराज हैं। मां कमला देवी समुद्र के बीच कमल के पुष्प पर विराजमान रहती हैं।
माता कमला मूल मंत्र
ॐ ह्रीं अष्ट महालक्ष्म्यै नमः॥
माता कमला के अन्य मंत्र
एकाक्षर कमला मंत्र
श्रीं॥
त्रयाक्षर साम्राज्य लक्ष्मी मंत्र
श्रीं क्लीं श्रीं॥
चतुराक्षर कमला मंत्र
ऐं श्रीं ह्रीं क्लीं॥
पंचाक्षर कमला मंत्र
श्रीं क्लीं श्रीं नमः॥
नवाक्षर सिद्धि लक्ष्मी मंत्र
ॐ ह्रीं हूं हां ग्रें क्षों क्रों नमः॥
दशाक्षर कमला मंत्र
नमः कमलवासिन्यै स्वाहा॥