By Astro panchang | May 06, 2020
थीटा हीलिंग ये शब्द शायद अपने सुना जरूर होगा। अक्सर हम अंदरूनी बीमारी से ग्रस्त होते हैं, जिसका इलाज थीटा हीलिंग से किया जाता है। ये इलाज का एक ऐसा तरीका है जो अस्तित्व के आंतरिक स्तर पर काम करता है। ये इलाज इंसान की भावनात्मक, मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक वास्तविकता बदल सकता है।
थीटा हिलिंग को 1980-90 में शुरू किया गया था। विआना स्टाइबल जो कि एक नेचुरोपैथ, मसाज थेरिपिस्ट और इंट्यूटिव रीडर थीं उन्होंने 10 साल की उम्र में इस थेरेपी को शुरू किया। विआना ने पहले अपनी इस थेरेपी को अच्छे से समझा और फिर इसे पूरे विश्व में लोगों तक पहुँचाया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकें। थीटा हिलिंग को बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है और इसे सीखना आसान है। इसे इस्तेमाल करने के बाद लोगों को अपने आस-पास की रोजमर्रा की चीजों के प्रति जागरूकता पैदा होती है।
मनोचिकित्सा, कोचिंग, एनएलपी, रेकी, प्राकृतिक चिकित्सा और अन्य वैकल्पिक चिकित्सा के चिकित्सकों ने पाया कि थीटा उपचार उनके द्वारा किए जा रहे उपचार का ही प्राकृतिक विस्तार है और अपने काम मे इस थेरेपी को भी शामिल किया। ये थेरेपी को समान्य लोग आसानी से समझ सकते हैं। कॉर्पोरेट पृष्ठभूमि वाले लोग, छात्र, अभिभावक और बहुत सारे लोगों ने, जो जीवन के अलग अलग क्षेत्र से हैं वे लोग आसानी से इसे अपने जीवन मे अपना सकते हैं जिससे कि रोजमर्रा के कामों को बेहतर किया जा सके।
थीटा हीलिंग में थीटा ब्रेनवेव का उपयोग किया जाता है। ये एक ऐसी ऊर्जा है जिससे माना जाता है कि इसी से संसार की रचना हुई है और सौरमंडल का संचालन होता है। ये अचेत भावों को महसूस करने और पहचान करने में मदद करता है जो थीटा ब्रेनवेव को इस्तेमाल करके उसको विश्वास में तुरंत बदल देता है। इस से इंसान को तुरंत और स्थाई रूप से राहत मिलती है।
जब भी हम किसी ऐसे इंसान से मिलते हैं जोकि आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ हो, तो आपका उसकी तरफ खिंचाव होता ही है। आप जब भी उस इंसान के पास होते है तो सकारात्मक महसूस करते हैं। ये इंसानियत और दयालुता से भरे होते हैं। थीटा हीलिंग के बाद भी इंसान ऐसा ही महसूस करता है।