हिंदू धर्म में खरमास का अधिक महत्व माना जाता है। वहीं इस दौरान शुभ कामों के अलावा अन्य कई कामों को करने की मनाही होती है। खरमास में मांगलिक कार्य, गृह प्रवेश, मुंडन आदि कार्यक्रम नहीं करने चाहिए। अगर आप भी इस बात को लेकर दुविधा में रहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। बहुत से लोग इस बात को लेकर दुविधा में रहते हैं कि क्या खरमास में नए कपड़े पहनना चाहिए या नहीं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि खरमास में नए कपड़े पहनना शुभ होता है या अशुभ।
खरमास में नए कपड़े पहन सकते हैं या नहीं
बता दें खरमास में खरीददारी करना अशुभ माना जाता है। इस दौरान नए कपड़े खरीदना और पहनना दोनों ही गलत है। वहीं जो लोग खरमास से पहले नए कपड़े खरीद लेते हैं, वह इस अवधि में कपड़ों को पहन लेते हैं या फिर पहनना चाहते हैं, तो यह पूरी तरह से गलत हैं।
खरमास में सूर्य नारायण धनु राशि में प्रवेश करते हैं। जिसकी वजह से सूर्य देव की गति धीमी हो जाती है और सूर्य देव की चाल में अंतर आता है। इससे सूर्य ग्रह की दशा और दिशा दोनों में परिवर्तन होता है। बल्कि अन्य कई ग्रह भी कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में इस माह में सप्त ग्रहों का प्रभाव अशुभ रूप धारण कर दिखता है।
खरमास में दो पाप ग्रह राहु और केतु प्रबल हो जाते हैं और इनका दुष्प्रभाव भी नजर आने लगता है। इसलिए खरमास में नए वस्त्र पहनना अनुचित और हानिकारक हो सकता है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि ज्योतिष में हर एक रंग का संबंध किसी न किसी ग्रह के साथ होता है।
आप जिस भी रंग के कपड़े इस दौरान पहनते हैं, उस रंग से जुड़ा ग्रह आपके जीवन में अशुभता और दुष्परिणाम लेकर आ सकता है। इससे ग्रहों की शुभता का भी असर न सिर्फ आपके ऊपर नजर आएगा। बल्कि इसका दुष्प्रभाव भी आपके घर-परिवार और आसपास के वातावरण में दिखाई देने लग जाएगा।
धार्मिक शास्त्रों में बताए गए नियम के मुताबिक खरमास में नए कपड़े पहनने से बचना चाहिए। इसलिए प्रयास करें कि इस दौरान न तो नए कपड़े खरीदें औऱ न पहनें। साथ ही खरमास के दौरान किसी को नए कपड़े उपहार में भी देने से बचना चाहिए। अगर आप चाहें तो दान के रूप में नए कपड़े दे सकते हैं। यह आपके लिए शुभ सिद्ध होगा।