हमारे देश में भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित तमाम मंदिर हैं, जहां पर भक्तों की भारी भीड़ होती है। वहीं भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। श्रीमद्भागवत गीता में जीवन के सभी प्रश्नों के उत्तर मिलते हैं। बता दें कि यह ग्रंथ हिंदू विचारों की समग्रता को दर्शाता है।
अर्जुन के माध्यम से श्री कृष्ण ने समस्त संसार को गीता का अमृत संदेश दिया था। इस ग्रंथ के जरिए मनुष्य को विषम से भी विषम परिस्थितियों में सही मार्गदर्शन देने का काम करती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको गीता के 5 ऐसे श्लोक के बारे में बताने जा रहे हैं, जो किसी भी व्यक्ति के जीवन में बड़े सकारात्मक बदलाव लाने में सहायता करते हैं।
1- नैनं छिद्रन्ति शस्त्राणि नैनं दहति पावक: ।
न चैनं क्लेदयन्त्यापो न शोषयति मारुत ॥
2- उद्धरेदात्मनात्मानं नात्मानमवसादयेत्।
आत्मैव ह्रात्मनो बन्धुरात्मैव रिपुरात्मन:॥
3- क्रोधाद्भवति संमोह: संमोहात्स्मृतिविभ्रम:।
स्मृतिभ्रंशाद्बुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति॥
4- ध्यायतो विषयान्पुंसः सङ्गस्तेषूपजायते।
सङ्गात्संजायते कामः कामात्क्रोधोऽभिजायते॥
5- कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥