हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। वैसे तो हमारे देश में भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित तमाम मंदिर हैं, लेकिन आज हम आपको कान्हा के एक ऐसे अनोखे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो विभिन्न प्रकार के रहस्यों से भरा हुआ है। कान्हा के इस मंदिर में दूर-दूर से भक्त दर्शन की इच्छा से आते हैं। बता दें कि यहां पर मूछों वाले श्रीकृष्ण की पूजा होती है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको मूंछों वाले भगवान श्रीकृष्ण के अनोखे मंदिर के दिलचस्प रहस्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मूछोंवाले श्रीकृष्ण की आराधना
बता दें भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित चेन्नई का पार्थसारथी मंदिर है। यह मंदिर तिरुवल्लीकेनी और ब्रिटिश दौर के ट्रिपलिकेन बीच में स्थिति है। इस मंदिर को मुख्य रूप से 8वीं शताब्दी में पल्लवों ने बनवाया था। फिर बाद में विजयनगर के राजाओं ने इसका निर्माण कराया था। इस धाम में मूंछों वाले श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। यह भारत का इकलौता मंदिर है, जहां पर भगवान श्रीकृष्ण को गीता के उपदेशक के तौर पर पूजा जाता है। जिसकी झलक मंदिर में देखने को मिलेगी।
इस रहस्यमई धाम की नींव राजा नरसिंहवर्मन प्रथम ने रखी थी। इस मंदिर का नाम इसके पास में मौजूद पवित्र तालाब से लिया गया है। इसमें पांच पवित्र कुएं शामिल हैं। बताया जाता है कि इन चमत्कारी कुओं में गंगा नदीं से भी ज्यादा पवित्र जल है।
वहीं भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित इस मंदिर में जगत के पालनहार भगवान श्रीविष्णु के अन्य अवतारों की भी झलक देखने को मिलती है। इस मंदिर में हर रोज भक्तों का जनसैलाब उमड़ता है। कहा जाता है कि जो भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर इस मंदिर में आते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।