भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां पर हर धर्म के अपने-अपने रीति-रिवाज हैं, अपने-अपने त्यौहार हैं। इसी प्रकार हिंदू धर्म में अनेक रीति-रिवाज हैं, जिनमें से लड्डू गोपाल जी की घर में स्थापना भी एक रिवाज या फिर धर्म और भगवान के प्रति आस्था का मूल तत्व मानी जाती है।
बहुत से लोग बाल रूप में लड्डू गोपाल जी की मूर्ति की घर में स्थापना करते हैं हर जन्माष्टमी को उस मूर्ति को बदल कर दूसरी मूर्ति लाई जाती है। लड्डू गोपाल जी का एक छोटे बच्चे की तरह लालन पालन किया जाता है और उसका उसका ख्याल रखा जाता। लड्डू गोपाल जी को घर मे रखने के कुछ जरूरी नियम होते हैं जिनका ख्याल रखना बहुत ही जरूरी होता है।
1. इन नियमों का पालन करें
आम तौर पर सभी हिंदू घरों में रोजाना लड्डू गोपालजी की पूजा की जाती है, उन्हें नहलाया जाता है, वस्त्र पहनाए जाते हैं और भोग लगाया जाता है। भगवान की पूजा से जुड़े भी कई नियम होते हैं। जिन घरों में लड्डू गोपाल की पूजा होती है उन घरों में इन नियमों का पालन करना जरूरी होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे 5 नियमों के बारे में जो घर में लड्डू गोपाल हैं तो इन नियमों को जरूर करें।
2. नियमित स्नान कराएं, हर दिन वस्त्र बदलें
अगर आप भी लड्डूगोपालजी को अपने घर में ला रहे हैं तो सर्वप्रथम आपको अपने मन में यह भाव पैदा करना चाहिए कि अब यह आपका नहीं बल्कि लड्डूगोपालजी का घर है और बाकी लोगों की तरह लड्डूगोपाल भी इस घर के सदस्य हैं। उसके बाद रोजाना नियम से उन्हें सुबह ही स्नान कराएं और रोजाना उनके वस्त्र बदलें। ध्यान रहे कि हमें लड्डूगोपालजी के लिए ठीक उसी प्रकार की दिनचर्या का पालन करना चाहिए, जैसा कि घर के बाकी सदस्य करते हैं। वह भी आपके घर के सदस्य हैं।
3. सबसे प्यारा और राजदुलारा सदस्य
अगर आप बाहर से खाने-पीने की कोई वस्तु या फिर अन्य चीजें लेकर आ रहे हैं तो पहले घर के सबसे छोटे सदस्य लडडूगोपालजी का भोग जरूर लगाएं। उन्हें घर का सबसे प्यारा और राजदुलारा सदस्य माना जाता है। यह मानते हुए घर में बनने वाले सभी पकवानों या फिर खाने की सभी वस्तुएं पहले उन्हें भोग लगाएं।
4. संध्या आरती और झूला
संध्या के समय रोजाना नियमित रूप से संध्या आरती करें और भोग लगाएं। लड्डू गोपाल जी की पूजा में एक भी दिन का अंतराल नहीं होना चाहिए। अगर आप किसी काम से घर के बाहर जा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखिये कि घर की एक चाभी लड्डू गोपाल को देकर जाएं और ये प्रार्थना जरूर करके जाएं कि हे,प्रभु आप इस घर की रक्षा करना। आप चाहें तो ऐसा भी कर सकते हैं कि अपने किसी करीबी पड़ोसी को लड्डू गोपालजी को सोंपकर जाएं ताकि वह रोजाना उनका भोग और पूजा कर सके और उनका ध्यान रखें।
5. खिलौने भी लाएं
हम जब भी कहीं बाजार जाते हैं तो घर के बच्चों के लिए खिलौने लेकर आते हैं, उसी प्रकार जब आप बाजार जाएं तो जैसे अपनों बच्चों के लिए खिलौने लाते हैं वैसे ही लड्डूगोपाल जी के लिए भी नए-नए खिलौने लेकर आएं और समय निकालकर स्वयं भी उनके साथ खेलें। हो सके तो लड्डू गोपालजी को अपने साथ समय-समय पर घुमाने भी लेकर जाएं।
6. दिन में 4 बार लगाएं भोग
जिस प्रकार से घर के बाकी सदस्य सुबह स्नान के बाद नाश्ता करते हैं फिर दोपहर में भोजन और शाम को फिर जलपान और रात में भोजन, ठीक इसी प्रकार से लड्डू गोपालजी का भी कम से कम 4 बार भोग लगाना जरूरी है। माना जाता है कि जिस प्रकार छोटे बच्चों को बार-बार भूख लगती है, वैसे ही लड्डू गोपालजी को भी भूख लगती है और उन्हें भी समय-समय पर खिलाना जरूरी होता है।