जो लोग भगवान कृष्ण या नारायण के भक्त होते हैं वे अपने घर में लड्डू गोपाल रखते हैं और उनकी पूजा करते हैं। लड्डू गोपाल को भगवान श्रीकृष्ण का बाल स्वरूप कहा गया है। जो लोग अपने घर में लड्डू गोपाल रखते हैं, वे उनका लालन-पालन छोटे बच्चों की तरह ही करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अन्य देवी-देवताओं से अधिक लड्डू गोपाल की सेवा करनी होती है क्योंकि वे बाल स्वरुप हैं। माना जाता है कि यदि कोई अपने घर में लड्डू गोपाल को स्थापित करता है तो उसे कुछ नियमों का पालन अवश्य करना चाहिए। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि घर में लड्डू गोपाल की प्रतिमा स्थापित करने पर आपको किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए -
- जब भी आप लड्डू गोपाल को घर में लगाएं तो आपके मन में यह भाव होना चाहिए कि अब यह घर लड्डू गोपाल का है। जिस तरह आपके घर में परिवार के अन्य सदस्य रहते हैं वैसे ही आप लड्डू गोपाल को भी अपने घर में रखें।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आपको अपने लड्डू गोपाल जी को कोई नाम भी जरूर देना चाहिए। आप अपने लड्डू गोपाल को कोई प्यारा सा नाम दें और उन्हें उसी नाम से बुलाएं।
- लड्डू गोपाल को रोजाना सुबह स्नान कराएं और इसके बाद उनके वस्त्र बदलें। ध्यान दें कि लड्डू गोपाल को हर रोज नए वस्त्र पहनाएं। अगर रोजाना नए कपड़े नहीं पहना सकते हैं तो धुले हुए साफ कपड़े ही लड्डू गोपाल को पहनाएं।
- स्नान कराने के बाद लड्डू गोपाल का श्रृंगार करें। उनके माथे पर चंदन का तिलक और आंखों में काजल लगाएं। इसके बात लड्डू गोपाल की नजर भी जरूर उतारें। जिस तरह हम घर में किसी छोटे बच्चे को नहलाने के बाद तैयार करते हैं वैसे ही आप लड्डू गोपाल को भी तैयार करें।
- अगर आप घर में लड्डू गोपाल को ला रहे हैं तो आपके मन में यह भाव होना चाहिए कि वह घर के सबसे छोटे सदस्य हैं। आप जो भी खाने-पीने की चीजें या कोई अन्य वस्तु लाते हैं, उसका भोग लड्डू गोपाल को जरूर लगाएं।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लड्डू गोपाल को नियमित रूप से चार बार भोग लगाना चाहिए। आप घर में जो भी भोजन बना रहे हैं उसका भोग लड्डू गोपाल को लगाएं। लेकिन अगर घर के खाने में लहसुन और प्याज का इस्तेमाल होता हो तो लड्डू गोपाल के लिए अलग से हलवा, खीर या मीठा परांठा बना सकते हैं।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लड्डू गोपाल जी की सुबह और शाम को नियमित रूप से आरती करें और उन्हें भोग लगाएं। ध्यान दें कि लड्डू गोपाल की पूजा में एक दिन कभी अंतराल नहीं होना चाहिए। अगर आप किसी काम से बाहर जा रहे हैं तो लड्डू गोपाल को घर की एक चाभी सौंप कर जाएं। और यदि संभव हो तो लड्डू गोपाल को भी अपने साथ लेकर जाएं।
- जिस तरह छोटे बच्चों के खिलौने अच्छे लगते हैं ठीक उसी तरह लड्डू गोपाल को के खिलौने अति प्रिय हैं। इसलिए उनके लिए खिलौने लेकर आया और उनके साथ खेलें।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में लड्डू गोपाल ला रहे हैं तो उनका ध्यान वैसे ही रखें जिस प्रकार से आप एक छोटे बच्चे का ख्याल रखते हैं। रात को सोने से पहले लड्डू गोपाल को दूध पिलाएँ और उन्हें लोरी सुनाकर उन्हें सुलाएं।