हिंदू धर्म में शुभ काम के दौरान कलावा बांधा जाता है। इसे रक्षा सूत्र भी कहा जाता है। कलावा बांधने से व्यक्ति की न सिर्फ रक्षा होती है, बल्कि इससे नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में कुछ लोगों को कलावा बांधने के लिए मना किया जाता है। ज्योतिष के मुताबिक इन लोगों के लिए कलावा बांधना अशुभ होता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन लोगों को कलाना नहीं बांधना चाहिए। आइए जानते हैं इसके पीछे का तर्क क्या है।
क्यों बांधते हैं कलावा
ज्योतिष के अनुसार, पूजा-पाठ के दौरान हाथ में कलावा बांधने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है।
इसके अलावा सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और बुरे प्रभाव से रक्षा होती है।
हाथ में कलावा बांधने से दिमाग को स्फूर्ति मिलती है और मन शांत रहता है। इससे मन शांत रहता है।
कलावा बांधने से वात, पित्त और कफ जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
इसके साथ ही कलावा बांधने से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है।
जानिए कलावा बांधने का नियम
बता दें कि कलावा को तीन बार लपेट कर बांधना चाहिए। कलावा तीन से कम और तीन से ज्यादा बार नहीं बांधना चाहिए।
क्योंकि कलावा की ये तीन लपेटें त्रिदेव के रूप में मानी जाती है, तीन बार कलावा लपेटने से उसमें त्रिदेव का वास होता है।
तीन बार कलावा लपेटने से भगवान शिव, भगवान विष्णु और ब्रह्म देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इससे त्रिदेवियों की कृपा मिलती है।
जहां पुरुषों को सीधे हाथ में कलावा बंधवाना चाहिए तो वहीं महिलाओं को उल्टे हाथ में कलावा बंधवाना चाहिए।
इसके साथ ही कलावा बंधवाते समय मुठ्ठी बंद रखनी चाहिए। ताकि इसकी दिव्यता हाथ के जरिए आपके पूरे शरीर में पहुंचे।
इन्हें नहीं बांधना चाहिए कलावा
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मकर राशि और कुंभ राशि के लोगों को कलावा नहीं बांधना चाहिए। इन लोगों के लिए कलावा शुभ नहीं माना जाता है।
ज्योतिष में बताया गया है कि अगर कुंभ और मकर राशि के लोगों को अगर कलावा बांधना है, तो लाल रंग के धागे से बचना चाहिए।
क्योंकि मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि ग्रह हैं। ऐसे में लाल रंग शनि को उग्र करता है।
इस राशि के लोगों का लाल रंग के धाने की जगह काले रंग का धागा बांधना चाहिए।
इसके अलावा इस राशि के लोग लाल रंग की जगह अन्य किसी भी रंग का कलावा धारण कर सकते हैं।