भारतीय संस्कृति में कई ऐसे नियम या रीति रिवाज हैं, जो सदियों से चलते आ रहे हैं भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां पर गाय को माता के रूप में पूजा जाता है तो वही तुलसी में देवी का स्वरूप देकर उसकी आराधना की जाती है इसी तरह से ही वास्तु एवं ज्योतिष में कुछ ऐसे पौधों का उल्लेख किया गया है, जिन्हें घर में लगाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। जैसे केला, तुलसी आदि, लेकिन पीपल का वृक्ष लगाना निषेध किया गया है। हकीकत में ऐसे कई कारण हैं, जिनके बारे में जानने के बाद ऋषियों के अनुसार घर में पीपल का पेड़ लगाना वर्जित है। जानिए घर में पीपल का पेड़ लगाने से क्या हानि होती है।
पीपल का पेड़ क्यों नही लगाना चाहिए
वैसे तो सभी को पता है कि पीपल के वृक्ष की छाया शीतल होती है और यह पेड़ सबसे ज्यादा हमारे वातावरण को स्वच्छ बनाता है लेकिन घर में यह और पेड़ बिल्कुल भी शुभ नहीं होता शास्त्रों और ऋषि-मुनियों के अनुसार जिस घर पर पीपल की छाया आए वह उसकी प्रगति में अवरोध बनती है। ऐसे घर में अनेक समस्याएं स्थायी रूप से जड़ जमा लेती हैं। इसीलिए कभी भी भूल कर अपने घर में या घर के आसपास पीपल का पेड़ कभी नहीं लगाना चाहिए।
पीपल का पौधा अपने आसपास एकांत एवं निर्धनता पैदा करता है साथ ही इसके आसपास रहने से व्यक्ति के अंदर नकारात्मक शक्ति पैदा होती है, जिस घर में यह पौधा होता है, वहां के लोगों का जीवन संकट में आने लगता है और इसी वजह से वह दीर्घायु नहीं होते। पीपल का पेड़ वंशवृद्धि के लिए भी बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता, इससे संतान पर कष्ट आता है। साथ ही वंश आगे बढ़ने में भी अलग अलग तरह की समस्याएं आती हैं। इसलिए आपको घर में पीपल का वृक्ष नहीं लगाना चाहिए।
जैसे-जैसे पीपल का पेड़ बढ़ने लगता है, वैसे ही अपनी उम्र के साथ ही बहुत अधिक भारी हो जाता है, ऐसे में उसके नीचे घर का निर्माण किसी दुर्घटना को आमंत्रण देने का ही संकेत होता है, इसीलिए घर के आसपास या घर के अंदर कभी भी पीपल का पेड़ या पौधा नहीं लगाना चाहिए। पीपल का पेड़ मोक्षदायक होता है। उसके नीचे अनेक धार्मिक संस्कार किए जाते हैं। घर में पीपल होने से उसके लिए शास्त्रों द्वारा निर्धारित किए गए पवित्रता संबंधी नियमों का पालन सहजता से नहीं होता। इसलिए पीपल का पेड़ घर में लगाने से दोष की प्राप्ति भी हो सकती है।
पीपल का पेड़ घर में वैराग्य लेकर आता है, इसलिए यह वैवाहिक जीवन के लोगों के लिए बिल्कुल भी शुभ नहीं होता। वास्तु के अनुसार, जिस घर में पीपल का पेड़ होता है वहां दंपत्ति के वैवाहिक जीवन में कई समस्याएं आती हैं। दोनों के बीच ही अनबन बनी रहती है और घर में कभी भी शान्ति नही रहती।
जानिए पीपल के पेड़ के अचूक फायदे -
पेट दर्द
पीपल के पेड़ की 2-5 पत्तियों का पेस्ट बनाकर उसे 50 ग्राम गुड़ में मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। इस मिश्रण की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर दिन में 3-4 बार खाने से पेट दर्द से राहत मिलती है।
अस्थमा
पीपल की छाल और पके हुए फलों का अलग-अलग पाउडर बनाकर उसे समान मात्रा में मिक्स कर लें। इस मिश्रण को दिन में 3-4 बार खाने से अस्थमा के रोग से छुटकारा मिलता है।
त्वचा रोग
पीपल की कोमल पत्तियों को चबाने से त्वचा की खारिश और अन्य त्वचा रोगों में फायदा होता है।
दाद खाज खुजली
50 ग्राम पीपल की छाल की राख बनाकर, इसमें नींबू और घी मिलाकर इसका मिश्रण बना लीजिए, इस मिश्रण को प्रभावित अंगों पर लगाने से आपको तुरंत आराम मिलेगा।
फटी एड़ियां
फटी एड़ियों पर पीपल की पत्तियों का रस या उसका दूध लगाएं इससे फ़टी एड़ियों की समस्या दूर हो जाएगी।
खून साफ होना
1-2 ग्राम पीपल के बीज पाउडर को शहद में मिलाकर रोजाना दो बार खाने से खून साफ होता है।
कब्ज
पीपल के 5-10 फल रोजाना खाने से कब्ज रोग में फायदा होता है।
लिवर के रोगों के लिए
इसके लिए 3-4 ताजा पीपल की पत्तियों को क्रिस्टल चीनी में मिलाकर इसका पाउडर बनाएं। इस पाउडर को 250 ग्राम पानी में मिलाकर मिश्रण को छान लें। इसे 5 दिन तक दिन में दो बार पियें। यह मिश्रण पीलिया रोग के लिए भी कारगार साबित होता है।
आंखों में दर्द
अगर आपकी आंखों में दर्द है तो पीपल की पत्तियों के दूध को आंखों पर लगाने से आंखों का दर्द कम होता है।
दांत दर्द
दांतों की बीमारियां आजकल आम हो गयी है और दांतो के दर्द के लिए पीपल के पेड़ की छाल को बराबर मात्रा में लेकर इसका मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को गर्म पानी में उबाल कर इससे कुल्ला करने से दांत का दर्द दूर हो जाता है।