मथुरा-वृंदावन एक ऐसा पावन तीर्थ स्थल है, जहां पर प्रतिदिन भक्तों की भीड़ बनी रहती है। वीकेंड के अलावा भी यहां पर पूरे हफ्ते भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती हैं। कई बार भीड़ अधिक होने के कारण श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण के सही से दर्शन भी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में अगर आप भी मथुरा-वृंदावन जाने का प्लान बना रहे हैं तो आपको बता दें कि अब बांके बिहारी मंदिर के दर्शन करने के समय में बदलाव कर दिया गया है। ऐसे में मथुरा-वृंदावन जाने से पहले आपको यह जानकारी होना जरूरी है कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में आप किस समय और कब दर्शन कर सकते हैं।
दर्शन का समय
मथुरा में स्थित ठाकुर बांके बिहारी के कपाट गर्मियों में सुबह 07:45 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। जिसके बाद 07:55 मिनट पर सेवायतों के द्वारा श्री बांके बिहारी की श्रृंगार आरती की जाएगी। इसके बाद दोपहर 11:00 बजे ठाकुर बांके बिहारी का राज भोग लगेगा और 11:30 बजे फिर से श्रद्धालुओं को बांके बिहारी के दर्शन मिलेंगे। वहीं दोपहर 11:55 मिनट पर राजभोग की आरती के बाद शाम तक के लिए मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे।
शाम के दर्शन का समय
शाम के समय बांके बिहारी मंदिर में भगवान के दर्शन प्राप्त करने के लिए श्रद्धालुओं को शाम 05:30 बजे मंदिर पहुंचना होगा। कपाट खुलने के बाद रात 8:30 बजे बिहारी जी को शयन भोग लगाया जाएगा। इसके बाद 09:05 पर भक्त फिर से बांके बिहारी के दर्शन कर सकेंगे। वहीं 09:25 मिनट पर बिहारी जी की शयन आरती का आनंद उठा सकते हैं। इसके बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे।
गर्मियों में दर्शन के समय में किया गया बदलाव
बता दें कि गर्मियों का मौसम शुरू होने के कारण बांके बिहारी मंदिर के समय में बदलाव किया गया है। मंदिर में दर्शन के समय का बदलाव दिवाली के बाद आने आने वाली भाई दौज तक लागू रहेगा। दिवाली के बाद दूज होने के बाद ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के समय में फिर से बदलाव किया जाएगा।
कैसे पहुंचे बांके बिहारी मंदिर
सड़क मार्ग
दिल्ली-एनसीआर से मथुरा-वृंदावन पहुंचने वाले श्रद्धालु दिल्ली-आगरा NH-2 के माध्यम से वृंदावन पहुंचा जा सकता है। दिल्ली और एनसीआर से आप आगरा एक्सप्रेसवे से भी मथुरा पहुंच गए हैं। बता दें कि वृंदावन से मथुरा सिर्फ 12 किमी दूर है। आपको मथुरा और वृंदावन के लिए बहुत सारी बसें, रिक्शा और टैक्सी आदि मिलती हैं।
ट्रेन द्वारा
वृंदावन का अपना कोई रेलहेड नहीं है, लेकिन मथुरा में एक रेलहेड है। यह देश के कई शहरों चेन्नई, इंदौर, आगरा, ग्वालियर, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद से जोड़ता है। वृंदावन से लगभग 14 किमी दूर मथुरा का रेलवे स्टेशन है।
हवाईजहाज से
मथुरा या वृंदावन में हवाई अड्डे की कोई सुविधा नहीं है। भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों से श्रद्धालु दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंच सकते हैं। दिल्ली से वृंदावन करीब 200 किलोमीटर दूर स्थित है।