ज्योतिष और आध्यात्मिक मान्यता के मुताबिक घर में देवी-देवताओं की मूर्ति रखने का सही दिशा और एक अलग तरीका होता है। क्योंकि यदि आप भगवान की मूर्ति को सही दिशा में नहीं रखते हैं, तो आपके घर और जीवन में निगेटिव एनर्जी हो सकती है। घर में रखी देवी-देवताओं की मूर्ति अत्यधिक महत्व रखती है। इन पूजनीय प्रतीकों में मरगज गणेश जी की मूर्ति भी शामिल है। मान्यता के मुताबिक मरगज गणेश जी की मूर्ति घर में सुख-समृद्धि, ज्ञान और परिवार के सदस्यों के बीच सद्भाव बनाए रखने में मदद करती है।
इसके अलावा मरगज गणेश जी की मूर्ति घर पर स्थापित करने से तो यह आपके जीवन के कष्टों को दूर करने में सहायता करती है और समृद्धि की वजह बनती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस मूर्ति को घर में स्थापित करने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मरगज गणेश जी
मरगज गणेश की मूर्ति मिट्टी, कीचड़ और विभिन्न प्राकृतिक तत्वों सहित कई पवित्र सामग्रियों के अनूठे मिश्रण से बनाकर तैयार की जाती है।
भगवान गणेश की पूजा विघ्नहर्ता और सफलता के अग्रदूत के रूप में की जाती है। वहीं भगवान गणेशी की पूजा उद्यम की शुरूआत और शुभ अवसरों पर की जाती है। यह मूर्ति आध्यात्मिक महत्व के अलावा दिव्य गुणों के शक्तिशाली अवतार के रूप में पूजी जाती है।
मरगज गणेश मूर्ति का ज्योतिष महत्व
ज्योतिष के मुताबिक घर में देवी-देवताओं और प्रतीकों का स्थान व्याप्त ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं को प्रभावित करने का काम करता है। मान्यता के मुताबिक जब मरगज गणेश की मूर्ति को सही स्थान पर स्थापित किया जाता है और पूरे भक्ति-भाव से इसकी पूजा-अर्चना की जाती है। तब यह आकाशीय क्षेत्र से पॉजिटिव कंपन और आशीर्वाद को आकर्षित करने का काम करती है। इस मूर्ति की उपस्थिति घर में मौजूद अशुभ प्रभावों के खिलाफ सुरक्षा कवच के रूप में काम करता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करती है।
घर में आती है समृद्धि
घर में मरगज गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करने से जीवन में सुख-समृद्धि और प्रचुरता बनी रहती है। क्योंकि भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है और इनको विघ्नहर्ता भी कहा जाता है।
शुभ कार्यों की शुरूआत करने के लिए एक शक्तिशाली प्रतीक के तौर पर घर में मरगज गणेश की मूर्ति को स्थापित किया जाता है। वहीं रोजाना गणेश भगवान की पूजा-अर्चना कर जीवन में सफलता, समृद्धि और वित्तीय स्थिरता का आशीर्वाद मांगा जाता है।
बाधाओं को करती है दूर
बता दें कि मरगज गणेश की मूर्ति न सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि व्यवसायिक विकास में आने वाली बाधाओं पर काबू पाने के लिए दिव्य प्रतीक के रूप में कार्य करती है। मरगज गणेश जी को बाधाओं दूर करने वाले देवता के रूप में पूजा की जाती है।
मान्यता के मुताबिक भगवान गणेश अपने भक्तों के कष्टों को दूरकर उन्हें साहस और ज्ञान प्रदान करते हैं। जो भी व्यक्ति पूरी भक्ति और ईमानदारी से भगवान मरगज की पूजा करता है, वह व्यक्ति की बाधाओं को दूर करने में सफल होते हैं।
सद्भाव को मिलता है बढ़ावा
घर में स्थापिक मरगज गणेश की मूर्ति सद्भाव, शांति और कल्याण को बढ़ावा देती है। इसके अलावा भगवान गणेश को ज्ञान और बुद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। जो जीवन में संतुलन और महत्व का प्रतीक मानी जाती है। इस मूर्ति की उपस्थिति शांत और सकारात्मक माहौल बनाती है।
आध्यात्मिक विकास को मिलता है बढ़ावा
मरगज गणेश जी की पूजा करने से परिवार को आध्यात्मिक विकास और ज्ञानोदय की सुविधा प्रदान होती है। क्योंकि भगवान गणेश धार्मिकता और आत्म-खोज के मार्ग पर मार्गदर्शन करते हैं।
मरगज गणेश की रोजाना पूजा करना आवश्यक है। आप पूजा के दौरान श्रद्धा अनुसार फूल, फल, मिठाइयां और धूप चढ़ा सकते हैं।
ऐसे करें स्थापना
घर में मरगज गणेश जी की मूर्ति का स्थान सकारात्मक प्रभावों को बढ़ावा देने के लिए अहम है। घर के पूर्वोत्तर कोने में या पूजा कक्ष में पूर्व या पश्चिम की ओर मूर्ति को रखना चाहिए। बेडरूम या बाथरूम के आसपास भूलकर भी इस मूर्ति को नहीं रखना चाहिए।
अगर कोई भी भक्त घर में सही स्थान और सही दिशा में मरगज गणेश की मूर्ति स्थापिक कर पूजा करता है। तो उसके घर में सदैव खुशहाली बनी रहती है।