ज्योतिष में 12 राशि चक्र बताए गए हैं। 12 राशियों में वृश्चिक राशि है, जिसका स्वामी मंगल है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार वृश्चिक राशि में जन्मे बालक और बालिकाओं का राशि नाम जन्म नक्षत्र के चरण अनुसार इस प्रकार चयन किया जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नाम का व्यक्ति पर विशेष प्रभाव पड़ता है। नाम का व्यवहार और गुण उसकी तरह प्रभावित होते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको वृश्चिक राशि वाले बच्चों के लिए कौन से नाम शुभ होंगे।
विशाखा नक्षत्र चतुर्थ चरण
यदि बच्चे का नाम 'तो' से निकला है, तो बालक का राशि नाम तोताराम, तोषक, तोयद और तोषराज रख सकते हैं। वही बालिकाओं का नाम तोषिता, तोयसी, तोयशा और तोरणी इत्यादि रखा जा सकता है।
अनुराधा नक्षत्र प्रथम चरण
यदि नामाक्षर 'न/ना' है, तो इस चरण में जन्मे बालक का राशि नाम आप नवीन, नवेन्दु, नगेन्द्र, नागार्जुन, नवनीत, नरेश, नवल, नहुष, नानक, नारद, नटवर, नरेन्द्र, नंदन और नकुल रख सकते हैं। वहीं बालिका का नाम नंदिनी, नवमल्लिका, नाज, नंदा, नंदिता, नवनीता, नम्रता, नर्मदा, नलिनी, नमिता आदि रखा जा सकता है।
अनुराधा नक्षत्र द्वितीय चरण
अगर नामाक्षर 'नि/नी' है, तो इस चरण में जन्मे बालकों का राशि नाम निर्भय, निवेश, निखिल, निकुंज, नितिन, नीरज, नीलकांत, निर्मल, नितीश, निपुण, निर्मल, निर्भय, निशांत, निरंजन आदि रख सकते हैं। इसके साथ ही बालिकाओं का नाम नीरु, नीतू, नीलम, निरुपमा, नीशा, निर्मला, निधि, निशा, नीना, निष्ठा, निर्मला, निशिता, नीरजा, निवेदिता आदि रख सकते हैं।
अनुराधा नक्षत्र तृतीय चरण
यदि नामाक्षर है 'नु/नू' है, जो इस चरण में जन्मे बालक का राशि नाम नूरजंग, नूरानी और बालिका का राशि नाम नूतन, नूपुर आदि रख सकते हैं।
अनुराधा नक्षत्र चतुर्थ चरण
अगर नामाक्षर 'ने' है, तो इस चरण में जन्मे बालक का राशि नाम नेमिचन्द, नेमि, नेतराम, नेत्रपाल, नेकचन्द, नैनसुख और लड़की का नाम नेमवती, नैना, नेहा और नेत्रदा आदि रख सकते हैं।
ज्येष्ठा नक्षत्र प्रथम चरण
यदि नामाक्षर 'नो' है, तो इस राशि के लड़कों का नाम नौनिधि, नौनिहाल, नौवतराम, नोरत्न, नोहवतशरण और नोवेश और लड़की का नाम नौलखी, नौवती, नौरतनी आदि रख सकते हैं।
ज्येष्ठा नक्षत्र द्वितीय चरण
अगर नामाक्षर 'य/या' है, तो इस चऱण में जन्मे लड़के का नाम यशवंत, यदुवीर, यक्ष, यति, यादवेन्द्र, यज्ञदत्त, यशोमणि, यतिन, यतिन्द्र, यज्ञदत्त, यशपाल और लड़की का राशि नाम यशोधरा, यशवती, यामा, यमुना, यामिनी, यतिका, यशोदा, यावी, यादवी आदि रखा जा सकता है।
ज्येष्ठा नक्षत्र तृतीय चरण
यदि नामाक्षर 'यि/यी' है, तो इस चरण में जन्मे बालकों का नाम यीशूप्रिय, यीशू और लड़की का राशि नाम यीशूप्रिया और यीशूपुत्री रखा जा सकता है।
ज्येष्ठा नक्षत्र चतुर्थ चरण
अगर नामाक्षर 'यु/यू' है, तो इस चरण में जन्मे लड़कों का नाम युगलकिशोर, यूपेन्द्र, यूकेश, युयुत्सु, युवराज, युधिष्ठिर और लड़की का नाम युगलेशकुमारी, युति, युगेन्द्री, युक्ति, यूथिका, युगवाणी, युगधारा आदि रख सकते हैं।