हिंदी पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के बाद पौष माह की शुरुआत होगी। पौष माह की पूर्णिमा को चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में रहता है इसलिए इस महीने को पौष मास कहा जाता है। पंचांग के अनुसार, इस बार मार्गशीर्ष पूर्णिमा 19 दिसंबर को मनाई जाएगी और पौष का महीना 20 दिसंबर 2021 से प्रारंभ हो रहा है। इस बार पौष माह का समापन 17 जनवरी को पूर्णिमा के दिन होगा और 18 जनवरी से माघ महीने की शुरुआत होगी। हिंदू धर्म में पौष मास में सूर्य की उपासना का विशेष महत्व है। इसके साथ ही पौष माह में कई प्रमुख व्रत-त्यौहार भी पड़ते है। आइए जानते हैं इस पौष मास में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों के बारे में -
पौष माह के व्रत और त्योहार इस तिथि प्रकार हैं-
21 दिसंबर, मंगलवार- वर्ष का सबसे छोटा दिन
22 दिसंबर, बुधवार- संकष्टी चतुर्थी
25 दिसंबर,शनिवार- क्रिसमस डे, साल का सबसे बड़ा दिन
26 दिसंबर, रविवार- भानु सप्तमी
30 दिसंबर, गुरुवार- सफला एकादशी
31 दिसंबर, शुक्रवार- शुक्र प्रदोष व्रत
01 जनवरी, शनिवार- मासिक शिवरात्रि, नए साल 2022 का प्रारंभ
02 जनवरी,रविवार: पौष अमावस्या
06 जनवरी, गुरुवार- विनायक चतुर्थी
09 जनवरी, रविवार- गुरु गोविंद सिंह जयंती
12 जनवरी, बुधवार- स्वामी विवेकानंद जयंती
13 जनवरी, गुरुवार- पौष पुत्रदा एकादशी, वैकुंठ एकादशी
14 जनवरी, शुक्रवार- मकर संक्रांति, लोहड़ी, पोंगल, सूर्य का उत्तरायण, खरमास का समापन
15 जनवरी, शनिवार- शनि प्रदोष व्रत
17 जनवरी, सोमवार- पौष पूर्णिमा