हिंदू धर्म में करवा चौथ का एक अहम व्रत है, जो विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना से रखा जाता है। हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत किया जाता है। यह व्रत पतिव्रता धर्म का प्रतीक है। करवा चौथ का व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास को गहरा बनाता है।
करवा चौथ के व्रत को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसदिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए पूजा-अर्चना करती हैं। करवा चौथ के दिन मुख्य रूप से करवा माता और चंद्रदेव की पूजा की जाती है। वहीं इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व होता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि करवा चौथ के दिन किन चीजों का दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
अन्न दान
करवा चौथ का व्रत करने वाली महिलाओं को इस दिन अन्न का दान करना चाहिए। क्योंकि महिलाएं अखंड सौभाग्य और पति की लंबी उम्र की कामना के लिए यह व्रत करती हैं। वहीं हिंदू धर्म में अन्न को देवता के रूप में माना जाता है। अन्न का दान करने से देवता प्रसन्न होते हैं और व्रती को आशीर्वाद देते हैं। जो भी व्रती इस दिन अन्न का दान करते हैं उसके घर में अन्न का भंडार कभी खाली नहीं रहता है।
लाल वस्त्र दान
इसके साथ ही इस दिन लाल वस्त्र का दान करना चाहिए। लाल वस्त्र सुहाग का प्रतीक माना जाता है। इसलिए करवा चौथ के दिन लाल वस्त्र दान करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
दूध का दान
करवा चौथ के दिन दूध का दान करना भी अच्छा माना जाता है। दरअसल, दूध को पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है और दूध देवताओं को भी अर्पित किया जाता है। करवा चौथ के दिन दूध का दान करने से व्रती को देवता का आशीर्वाद मिलता है और दूध को चंद्रमा का कारक भी माना जाता है। क्योंकि दूध का संबंध भी चंद्रमा से होता है। इसलिए दूध का दान करने से कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है और मन शांत रहता है। इसलिए करवा चौथ में चंद्रदेव की पूजा करने के बाद दूध का दान जरूर करना चाहिए।
पान का दान
वहीं करवा चौथ के दिन पान का दान करना शुभ माना जाता है। पान का दान करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और साथ ही व्यक्ति को जीवन में आने वाली सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
काजल का दान
इस दिन काजल दान करने का भी विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि काजल का दान करने से नजरदोष से मुक्ति मिल जाती है। वहीं काजल का दान करने से राहु-केतु के दुष्प्रभाव भी दूर हो जाते हैं।