पन्ना बुध ग्रह का रत्न है, इसे बहुत से नामो से जाना जाता है जैसे फारसी में जमरन। इसके अलावा भी कई नामो से जाना जाता है। पन्ना का रंग हल्का से गहरा हरा होता है।अब हम आपको यह बताते हैं कि कौन से रंगों में पन्ना पाया जाता है - पन्ना मुखयतः पांच रंगों में पाया जाता है तोते के पंख के रंग का , पानी के रंग का, मोर के पंख जैसा, सरेस के फुल के रंग जैसा और संदुल के फुल के रंग जैसा पाया जाता है।पन्ना बहुत नरम और कीमती भी होता है।
पन्ना धारण करने के फायदे -
1.इसे धारण करने से दुख सुख में बदल जाते हैं।
2.स्टूडेंट अगर इसे धारण करे तो बुद्धि तेज हो जाती है।
3.रोगीयों के लिए पन्ना बहुत लाभकारी होता है, सुख देने वाला होता है।
4.जिस घर में पन्ना होता है वहाँ धन की कोई कमी नहीं होती है और भूत परेत की भी बाधा शांत हो जाती है।
5.आखों के लिए पन्ना बहुत लाभकारी होता है।इस रत्न को सुबह सुबह पांच मिनट तक पानी के गिलास में घुमाए और फिर उस पानी को अपनी आँखों पर लगाएं या छिडकाव करे तो आखों को लाभ होगा।
पन्ना धारण करने के नुकसान -
1.आपको बता दें कि पन्ना धारण करने के साथ साथ उसके नुकसान भी हैं जैसे कि लाल किताब में बताया गया है कि अगर बुध तीसरे या 12वें स्थान पे हो तो पन्ना नहीं पहनना चाहिए, इससे आपको नुकसान होगा।
2.कभी भी नकली, अशुद्ध, टूटा-फूटा, धब्बेदार, चमकदार, स्वर्ण रंग का या किसी और रंग का पन्ना नही पहने। इससे धन, समृद्धि और संतान पक्ष का नुकसान होता है।
किन परिस्थितियों में धारण करें पन्ना -
1.पन्ना अगर मिथुन राशि वाले धारण करें तो पारिवारिक परेशानीयों से राहत मिलती है।माता का सवास्थ्य ठीक रहता है।
2.कन्या राशि वाले भी पन्ना पहन कर नौकरी, शासकीय काम में लाभ पा सकते है।
3.अगर किसी के जन्म में बुध छठे, आठवें भाव में हो तो वह पन्ना पहन सकते हैं। बुध अगर नीच मीन राशि का हो तो वह भी पन्ना पहन सकते हैं। अगर बुध धनेश होकर नवम भाव में हो तो तृतीयेश होकर दशम भाव में एकादशा में हो तो वह भी पन्ना पहन सकते हैं। अगर बुध शुभ समय का सवामी होकर अष्टम में हो तो वह भी पन्ना पहन सकते हैं। अगर बुध मे महादशा और अंतरदशा चल रही हो तो पन्ना जरूर पहने।
4.अगर कुंडली में शुभ भाव 2,3,4,5,7,9,10,11 वें भाव का सवामी होकर छठे भाव में हो तो पन्ना पहनना श्रेष्ठ रहेगां। अगर बुध मंगल, शनि और राहू या केतु के साथ हो तो पन्ना जरूर धारण करें।
कब और कैसे धारण करें - पन्ना बुधवार के दिन नक्षत्र हो उस दिन सूर्य उदय होने से पहले पन्ना धारण करें। पन्ना हमेशा सोने की शुभ घड़ी में ही पहनना चाहिए। पन्ना कम से कम 3 कैरेट का होना चाहिए और उससे अधिक हो तो अति उत्तम होगा।