नवरात्रि पर्व शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। हिन्दू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। नवरात्रि में नौ दिनों तक तक माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की जाती है। इन नौ दिनों में भक्तजन माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए पूजा-आराधना और व्रत करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में नवदुर्गा की पूजा-अर्चना करने से माता प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि और दीर्घायु का आशीर्वाद देती हैं। प्रेम और भक्तिभाव से माता की उपासना करने से माता की कृपा सदैव भक्तों पर बनी रहती हैं और माँ उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। धार्मिक ग्रंथों में नवरात्रि के नौ दिन तक पूजा करने व व्रत रखने को लेकर कुछ नियमों का जिक्र भी है। ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि में इन नियमों का पालन करना बहुत आवश्यक होता है। शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि में इन नियमों का पालन ना करने से माता रुष्ठ हो सकती है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि में क्या-क्या नहीं करना चाहिए -
दाढ़ी-मूँछ और नाखून काटने ना काटें
यदि आप नवरात्रि का व्रत रखते हैं तो इन दिनों तक दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए। नवरात्रि में नौ दिनों तक नाखून भी नहीं काटने चाहिए।
घर अकेला ना छोड़ें
यदि आपने घर में कलश स्थापना की है या अखंड ज्योति जला रहे हैं तो घर खाली छोड़कर नहीं जाएं। यदि किसी कारणवश आपको कहीं जाना भी पड़े, तो घर में किसी ना किसी का होना जरूरी है।
लहसुन प्याज का सेवन ना करें
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के दिनों में सात्विकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आप इन दिनों प्याज,लहसुन, माँसाहार और मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। नवरात्रि के नौ दिनों तक पूर्ण सात्विक आहार लेना चाहिए।
गंदे-मैले कपड़े ना पहनें
नवरात्रि में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नवरात्रि में नौ दिनों तक सुबह जल्दी स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। नवरात्रि का व्रत रखने वाले लोगों को गंदे या बिना धुले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
चमड़े से बनी वस्तुओं का प्रयोग ना करें
शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि व्रत रखने वाले लोगों को चमड़े से बनी चीज़ें जैसे बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
दिन में ना सोएं
विष्णु पुराण के अनुसार नवरात्रि व्रत के समय दिन में नहीं सोना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के दिनों में खाली समय में भजन-कीतर्न और माता का स्मरण करना चाहिए।
पूजा करते समय बोलना और उठना नहीं चाहिए
पूजा के समय चालीसा, मंत्र या सप्तशती का पाठ कर रहे हैं तो पढ़ते हुए बीच में दूसरी बात बोलना या पाठ करते-करते उठना नहीं चाहिए। इससे पाठ का फल नकारात्मक शक्तियां ले जाती हैं।
शारीरिक संबंध ना बनाएँ
शास्त्रों के अनुसार नवरात्रि के दिनों में शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। इससे आपका मन विचलित होगा और आप सही ढंग से व्रत का पालन नहीं कर पाएंगे।