दिवाली महापर्व में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। दिवाली का महापर्व धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक पाँच दिनों तक चलता है। हिंदू धर्म में दिवाली पर्व का विशेष महत्व है। दिवाली की तैयारियाँ धनतेरस से पहले ही शुरू हो जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से देवी प्रसन्न होती हैं और समृद्धि- वैभव का आशीर्वाद देती हैं। आज के इस लेख में हम आपको धनतेरस से लेकर भाई दूज तक दिनों का शुभ मुहूर्त बताने जा रहे हैं -
धनतेरस
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस साल धनतेरस 02 नवंबर को मनाया जाएगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस साल त्रयोदशी तिथि 02 नवंबर (मंगलवार) को सुबह 11 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर 03 नवंबर को सुबह 09 बजकर 02 मिनट तक रहेगी। इस दिन पूजन का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल शाम 05 बजकर 35 मिनट से 08 बजकर 14 मिनट तक रहेगा।
नरक चतुर्दशी
इस साल छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी 03 नवंबर (बुधवार) को मनाई जाएगी। हिंदू पंचांग के अनुसार 03 नवंबर 2021 को सुबह 09 बजकर 02 मिनट से चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होकर 04 नवंबर 2021 को सुबह 06 बजकर 03 मिनट पर समाप्त होगी।
दिवाली
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली के रूप में मनाते हैं। इस बार दिवाली 04 नवंबर (गुरुवार) को मनाई जाएगी। ज्योतिषीय गणना के अनुसार कार्तिक अमावस्या कि तिथि 04 नवंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से शुरू हो कर 05 नवंबर को रात 02 बजकर 44 मिनट तक रहेगी।
दिवाली पर पूजा का शुभ मुहूर्त:
समय: शाम 06 बजकर 09 मिनट से 08 बजकर 20 मिनट तक
अवधि - 1 घंटा 55 मिनट
प्रदोष काल- 05 बजकर 34 मिनट से 08 बजकर 10 मिनट तक
गोवर्धन
दिवाली के अगले दिन को गोवर्धन पूजा के रूप में मनाते हैं। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और गाय की पूजा की जाती है। इस साल गोवर्धन पूजा 05 नवंबर (शुक्रवार) को होगी। गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 28 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 55 मिनट तक है। इसके अलावा दूसरा मुहूर्त शाम को 05 बजकर 16 मिनट से 05 बजकर 43 मिनट तक है।
भाईदूज
भाईदूज या भैयादूज दीपावली के दो दिन बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को मनाया जाता है। इस बार भाईदूज 06 नवंबर (शनिवार) पर भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर10 मिनट से 03 बजकर 21 मिनट तक है।