भगवान श्रीहरि विष्णु इस जगत के पालनहार हैं। श्रीहरि ने धर्म की स्थापना और अधर्म के नाश के लिए कई बार धरती पर अवतार लिया। वहीं भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले अयोध्यापति श्रीराम को लोग अपने भगवान व आराध्य के तौर पर पूजते हैं। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। ऐसे में अयोध्या श्रीराम की जन्मभूमि होने के कारण वहां पर एक विशाल भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।
ऐसे में अगले साल तक मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद साल 2024 में मकर संक्रांति के दिन श्रीराम लला की फिर से स्थापना की जाएगी। ऐसे में धार्मिक स्थल होने के कारण राम जन्मभूमि के दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। अयोध्या में मौजूद राम मंदिर के बारे में तो हर कोई जानता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अयोध्या के अलावा भारत के अन्य हिस्सों में कई राम मंदिर मौजूद हैं। कहा जाता है इन मंदिरों में पूजन-दर्शन से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं प्रभु श्रीराम को समर्पित इन मंदिरों के बारे में...
केरल का त्रिप्रायर मंदिर
केरल के त्रिशूर जिले में स्थित त्रिप्रायर मंदिर में भगवान श्री कृष्ण ने श्रीराम की मूर्ति को स्थापित किया था। बाद में केरल के चेट्टुवा क्षेत्र में रहने वाले मछुआरे द्वारा इसको स्थापित किया गया। उसके बाद इस मूर्ति को वक्कायिल कैमल ने त्रिप्रायर में स्थापित किया। मान्यता के मुताबिक इस मंदिर में आने वाले भक्तों को बुरी आत्माओं से मुक्ति मिलती है।
नासिक का कालाराम मंदिर
महाराष्ट्र में नासिक के पंचवटी में भगवान श्रीराम को समर्पित कालाराम मंदिर स्थित है। इस मंदिर में श्रीराम की काले रंग की 2 फीट लंबी प्रतिमा मौजूद है। बताया जाता है कि 14 वर्ष के वनवास के दौरान भगवान श्रीराम, माता सीता और भ्राता लक्ष्मण के साथ पंचवटी में रुके थे। कालाराम मंदिर का निर्माण सरदार रंगारू ओढेकर ने करवाया था। सरदार रंगारू ओढेकर ने एक रात गोदावरी नदी में श्री राम की एक काली मूर्ति होने का सपना देखा था। इसके बाद उन्होंने नदी से मूर्ति निकलवाकर मंदिर में स्थापित किया था।
तेलंगाना का सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर
तेलंगाना के भद्रादी कोठागुडेम के भद्राचलम में सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर स्थित है। मान्यता के अनुसार, लंका से माता सीता को वापस लाने के लिए भगवान श्रीराम ने गोदावरी नदी को पार किया था। सीता रामचंद्रस्वामी मंदिर में श्रीराम के धनुष बाण के साथ त्रिभंगा रूप में स्थापित हैं।
एमपी का राम राजा मंदिर
मध्य प्रदेश के ओरछा में राम मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। यह ओरछा का इकलौता ऐसा मंदिर हैं, जहां पर श्रीराम की पूजा भगवान के तौर पर नहीं बल्कि राजा राम के तौर पर की जाती है। ओरछा के राजा राम को रोजाना गार्ड ऑफ ऑनर देकर शस्त्र सलामी दी जाती है।
तमिलनाडू का रामास्वामी मंदिर
बता दें कि तमिलनाडू का रामास्वामी मंदिर को दक्षिण भारत का अयोध्या कहा जाता है। यह दक्षिण भारत का एक ऐसा इकलौता मंदिर है। इस मंदिर में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और भरत शत्रुघ्न की मूर्तियां स्थापित हैं।