चंद्र दर्शन अमावस्या के बाद चंद्रमा को देखने की परंपरा है। सनातन धर्म में चंद्र दर्शन का बेहद महत्व है। इस दिन व्यक्ति चंद्रदेव की पूजा-अर्चना करते हैं और प्रार्थना करते हैं। अमावस्या के फौरन बाद चंद्रमा के दर्शन करना काफी शुभ माना जाता है। अमावस्या के बाद चंद्र देव के सम्मान में चंद्र दर्शन के रूप में मनाया जाता है। चंद्र देव के दर्शन का सबसे अच्छा समय सूर्यास्त के ठीक बाद होता है। इस साल 09 मई 2024 को चंद्र दर्शन मनाया जा रहा है।
शुभ मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि का समय- 08 मई सुबह 8:51 से 09 मई 2024 की सुबह 6:21
चन्द्रोदय- 09 मई प्रातः 6:25
चन्द्रास्त - 09 मई प्रातः 8:30
चंद्र दर्शन के दौरान अनुष्ठान
चंद्र दर्शन के दिन जातक चंद्र देव की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन चंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए कठोर व्रत किया जाता है। व्रत के दिन सिर्फ फलाहार किया जाता है। वहीं सूर्यास्त के बाद चंद्रमा के दर्शन करने के बाद व्रत खोला जाता है।
मान्यता के अनुसार, जो भी जातक इस दिन चंद्र देव के दर्शन कर सभी अनुष्ठान पूजा करता है। उसको अनंत सौभाग्य और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
चंद्र दर्शन पर दान-पुण्य करना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन ब्राह्मणों को चावल, कपड़े और चीनी सहित अन्य चीजों का दान करना चाहिए।
चंद्र दर्शन 2024 का महत्वपूर्ण समय
प्रतिपदा तिथि का समय- 08 मई 08:51 पूर्वाह्न - 09 मई, 06:21 पूर्वाह्न
चंद्रोदय- 09 मई 2024 सुबह 6:25 बजे
चंद्रास्त- 09 मई 2024 रात्रि 8:30 बजे
चंद्र देव वैदिक मंत्र
ॐ इमं देवा असपत्नं ग्वं सुवध्यं.
महते क्षत्राय महते ज्यैश्ठाय महते जानराज्यायेन्दस्येन्द्रियाय इमममुध्य पुत्रममुध्यै
पुत्रमस्यै विश वोsमी राज: सोमोsस्माकं ब्राह्माणाना ग्वं राजा
चंद्र देव का बीज मंत्र
ऊॅँ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्राय नम:
चंद्र दर्शन का महत्व
हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार, हिंदू धर्म में चंद्र देव को सबसे प्रतिष्ठित देवताओं में से एक माना जाता है। यह 'नवग्रह' का एक महत्वपूर्ण ग्रह है। जो पृथ्वी पर जीवन को प्रभावित करता है। चंद्रमा को एक अनुकूल ग्रह माना जाता है, जो ज्ञान, पवित्रता और अच्छे इरादों से जुड़ा होता है। मान्यता के अनुसार, जिस कुंडली में चंद्र ग्रह अनुकूल स्थिति में हैं उसका जीवन अधिक सफल और समृद्ध होता है। हिंदू धर्म में चंद्र कैलेंडर का पालन किया जाता है। फलता और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए जातक चंद्र दर्शन के दिन चंद्र देव की पूजा-अर्चना करते हैं।