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Ratha Saptami 2024: रथ सप्तमी के दिन हुआ था सूर्यदेव का जन्म, जानिए शुभ मुहू्र्त और डेट

By Astro panchang | Feb 15, 2024

हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रथ सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। कई स्थानों पर रथ सप्तमी को अचला सप्तमी या सूर्य सप्तमी भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन ग्रहों के राजा सूर्य का जन्म हुआ था। इसलिए आज का दिन सूर्यदेव की पूजा के लिए विशेष होता है।
 
बताया जाता है कि सूर्यदेव की पूजा-आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी परेशानियों व समस्याओं का अंत हो जाता है। वहीं कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है। इस बार रथ सप्तमी के पर्व को लेकर लोगों में कंफ्यूजन बना हुआ है। तो आइए जानते हैं कि रथ सप्तमी 15 या 16 फरवरी में से किस दिन मनाई जा रही है।

रथ सप्तमी 2024
हिंदू पंचांग के मुताबिक इस साल 15 फरवरी 2024, गुरुवार को सुबह 10:12 मिनट पर माघ माह के शुक्ल पक्ष की शुरूआत हो रही है। वहीं 16 फरवरी 2024 को सुबह 08:54 मिनट पर तिथि की समापन होगा। उदयातिथि के मुताबिक रथ सप्तमी का पर्व 16 फरवरी 2024 को मनाया जा रहा है।

गंगा स्नान का मुहूर्त
धार्मिक ग्रंथों में गंगा नदी को बेहद पवित्र माना जाता है। कहा जाता है कि गंगा में स्नान करने वाले जातक के सभी पाप धुल जाते हैं। वहीं आज के दिन यानी की रथ सप्तमी के मौके पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना गया है। हिंदू पंचांग के मुताबिक रथ सप्तमी को यानी की 16 फरवरी को गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 05:17 मिनट से सुबह 06:59 मिनट तक रहेगा। स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें। रथ सप्तमी के दिन सूर्योदय का समय सुबह 06:59 मिनट है।

आज के दिन हुआ सूर्य का जन्म
पौराणिक कथाओं के अनुसार माघ माह की सप्तमी तिथि के दिन सूर्यदेव का जन्म हुआ था। सूर्य ग्रहों के राजा हैं और उनकी सवारी सात सफेद घोड़े हैं। इसलिए इस तिथि को रथ सप्तमी कहा जाता है। मान्यता के मुताबिक रथ सप्तमी का व्रत करने और भगवान सूर्यदेव की पूजा-आराधना करने से व्यक्ति को सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही शारीरिक और मानसिक रोग दूर होते हैं। व्यक्ति के धन-धान्य और यश-कीर्ति में वृद्धि होती है। कहा जाता है कि रथ सप्तमी के मौके पर अपने रथ पर सवार होकर सूर्यदेव ने इस संसार को प्रकाश से अलौकिक करना शुरू किया था।
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