हर साल कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार देव दीपावली का पर्व 15 नवंबर को मनाया जा रहा है। धार्मिक मान्यता है कि देव दीपावली के दिन सभी देवी देवता बनारस के गंगा घाट पर दीपावली मनाने जाते हैं। देव दिवाली के मौके पर गंगा घाट पर लाखों की संख्या में दीपदान किया जाता है। इस दिन काशी के मणिकर्णिका घाट पर गंगा में स्नान करने का खास महत्व होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, देव दीपावली के दिन काशी के मणिकर्णिका घाट पर स्नान करने से जातक के जन्म-जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं। तो आइए जानते हैं देव दीपावली के मौके पर मणिकर्णिका घाट पर स्नान करने से मुहूर्त और इसके महत्व के बारे में...
शुभ मुहूर्त
इस बार देव दीपावली का पर्व 15 नवंबर 2024 को मनाया जा रहा है। ऐसे में मणिकर्णिका स्नान भी 15 नवंबर को किया जाएगा। देव दीपावली पर मणिकर्णिका घाट पर गंगा स्नान का समय सुबह 04:58 मिनट से लेकर 06:44 मिनट तक है। इस मुहूर्त में स्नान करना बेहद शुभ होगा।
मणिकर्णिका स्नान का महत्व
बता दें कि हिंदू धर्म में काशी के मणिकर्णिका घाट का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो भी जातक काशी में अपने प्राण त्यागता है, उसका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर होता है और उसको मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसीलिए मणिकर्णिका घाट को मोक्षदायिनी घाट भी कहा जाता है। इस घाट के पास गंगा में स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पाप धुल जाते हैं। साथ ही इस घाट पर गंगा में स्नान करने से व्यक्ति को मां गंगा और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।