हिंदू धर्म में कामदा एकादशी का विशेष महत्व माना जाता है। कामदा एकादशी चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ती है। मान्यता के मुताबिक इस दिन जो भी जातक व्रत रखता है, उसके सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं और पापों से मुक्ति मिलती है। वहीं व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत का पारण किया जाता है। बता दें कि व्रत के अगले दिन द्वादशी तिथि के खत्म होने से पहले पारण करना जरूरी होता है। आइए जानते हैं कामदा एकादशी का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि के बारे में...
कामदा एकादशी
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरूआत 18 अप्रैल को शाम 05:21 मिनट पर हुई। वहीं आज यानी की 19 अप्रैल 2024 को रात में 07:56 मिनट पर इस तिथि की समाप्ति होगी। उदयातिथि के अनुसार, 19 अप्रैल 2024 को कामदा एकादशी का व्रत किया जाएगा। कामदा एकादशी के मौके पर ध्रुव और वृद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है।
व्रत पारण का समय
बता दें कि 20 अप्रैल 2024 को सुबह 05:50 मिनट से लेकर 08:26 मिनट के बीच जातक व्रत का पारण कर सकते हैं।
कामदा एकादशी से जुड़ी मान्यता
हिंदू पौराणिक कथा के मुताबिक हर एकादशी तिथि का अपना विशेष महत्व होता है। जो भी व्यक्ति पूरी भक्ति और समर्पण के साथ एकादशी का व्रत करता है, उसको भगवान श्रीहरि विष्णु की कृपा से सुख-सौभाग्य और समृद्धि मिलती है। वहीं अंतिम समय में जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मान्यता के अनुसार, केले के पेड़ में भगवान श्रीहरि विष्णु का वास होता है। इसलिए कामदा एकादशी के दिन केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन केले के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति को पुण्यफल की प्राप्ति होती है और सभी ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है।