हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा के दिन का विशेष महत्व होता है। हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। बता दें कि इस साल 3 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी। गुरु पूर्णिमा को वेद व्यास जयंती या व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन गुरु की पूजा-अर्चना कर उन्हें ज्ञान देने के लिए आभार प्रकट किया जाता है। हालांकि गुरु सिर्फ वह नहीं होता जो आपको शिक्षा दे, बल्कि आपके जीवन का गुरु कोई भी हो सकता है।
इसलिए गुरु का दर्जा भगवान से भी उपर माना जाता है। क्योंकि गुरु के बिना किसी को भी ब्रह्मज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है। गुरु ही भगवान तक पहुंचने का रास्ता दिखाते हैं। इस लिहाज से गुरु पूर्णिमा का पर्व बेहद खास होता है। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर कई ऐसे उपाय किए जाते हैं। जिनको आजमाने से गुरु की कृपा बरसती है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...
शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के मुताबिक आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि की शुरूआत 2 जुलाई 2023 को शाम 06:02 मिनट पर हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 3 जुलाई 2023 को रात 11:08 मिनट पर होगी। उदयातिथि के अनुसार, 3 जुलाई 2023 को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।
उपाय
गुरु पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ के जड़ में जल चढ़ाने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है। इस उपाय को करने से नौकरी-व्यापार में तरक्की मिलती है।
गुरु पूर्णिमा के दिन किताब, पेन आदि की पूजा करनी चाहिए। इससे नौकरीपेशा लोगों के साथ ही छात्रों को भी लाभ मिलता है।
इस दिन बेसन या फिर सफेद चीजों का दान करना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में गुरु की स्थिति उच्च होती है।
गुरु पूर्णिमा के दिन भगवान श्रीकृष्ण के सामने गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाते हुए अपनी मनोकामना कहें। इससे आपके बिगड़े हुए काम बनने लगते हैं।
गुरु पूर्णिमा के दिन से भगवान सूर्य नारायण को अर्घ्य देना शुरू कर दें। इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली तमाम परेशानियों का अंत होता है।
इस दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। इस उपाय को करने से धन संबंधी परेशानियां दूर हो हैं।