हिंदू धर्म में भाई दूज के पर्व का विशेष महत्व होता है। यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है। हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस बार 03 नवंबर 2024 को भाई दूज का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को रोली और अक्षत का टीका करते हैं और भोजन करवाती हैं। साथ ही बहनें अपने भाई की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। हर साल की तरह इस बार भी भाई दूज के मौके पर कई शुभ योग बन रहे हैं।
शुभ योग
ज्योतिष गणना के मुताबिक इस साल भाई दूज के मौके पर सुबह 11:39 मिनट तक सौभाग्य योग बन रहा है। इसके बाद शोभन योग शुरू हो जाएगा। वहीं इस दौरान अनुराधा नक्षत्र और बालव व कौलव करण का संयोग बन रहा है। इस शुभ योग में भाई को तिलक लगाने से रिश्तों में मिठास और मजबूती बनी रहती है। तो आइए जानते हैं भाई दूज के मौके पर शुभ मुहूर्त और तिलक विधि के बारे में...
तिथि और मुहूर्त
कार्तिक मास द्वितीया तिथि का आरंभ 2 नवंबर 2024 को रात 8 बजकर 22 मिनट से होगा। इस तिथि का समापन 3 नवंबर को रात में 10 बजकर 6 मिनट पर है। इस साल भाई दूज पर तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त 3 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से दोपहर 3 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। मुहूर्त की कुल अवधि 2 घंटे 12 मिनट की है।
तिलक विधि
इस दिन सुबह जल्दी स्नान आदि कर स्वच्छ कपड़े पहनें और फिर एक पूजा की थाली तैयार कर लें। इसके बाद थाली में रोली, अक्षत और गोला रखें। अब भगवान श्रीगणेश का नाम लेते हुए पूजा करें और भाई को तिलक कर नारियल का गोला अपने भाई को दें। इसके बाद भाई को मिठाई खिलाएं औऱ आरती करें। इसके बाद भाई को अपने हाथ से बना भोजन करवाएं। फिर भाई अपनी बहन से आशीर्वाद लें और उनको उपहार दें।