हिंदू पंचांग के मुताबिक हर महीने के कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या होती है। हिंदू धर्म में अमावस्या की तिथि बेहद अहम मानी जाती है। मान्यता के मुताबिक अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए दान और तर्पण किया जाता है। इस दिन दान और तर्पण करना शुभ माना जाता है। आपको बता दें कि पौष माह की अमावस्या का विशेष महत्व माना जाता है। हिंदी महीने के मुताबिक पौष दसवां महीना होता है। वहीं आज यानी की 11 जनवरी 2024 को पौष माह की दर्श अमावस्या मनाई जा रही है। आइए जानते हैं पौष माह की शुभ तिथि, मुहूर्त और धार्मिक महत्व के बारे में...
धार्मिक मान्यता के मुताबिक दर्श अमावस्या के मौके पर चंद्रमा नहीं दिखाई देता है। यह तिथि पूर्वजों की तिथि मानी जाती है। इस दिन पूर्वजों की शांति के लिए विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। बताया जाता है कि इस दिन पूर्वज धरती पर आकर अपने परिवार को खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं। वहीं पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए इस दिन पूजा-पाठ भी किया जाता है।
शुभ तिथि व मुहूर्त
आज यानी की 11 जनवरी 2024 को दर्श अमावस्या या पौष अमावस्या पड़ रही है। इस तिथि की शुरूआत 10 जनवरी 2024 की रात 08:10 मिनट पर हुई है। वहीं 11 जनवरी 2024 दिन गुरुवार शाम 05:26 मिनट पर इस तिथि की समाप्ति होगी।
जानिए महत्व
आपको बता दें कि पितृ दोष से मुक्ति के लिए दर्श अमावस्या का दिन काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन पितरों को खुश करने के लिए सुबह जल्दी स्नान आदि कर तर्पण करना चाहिए। मान्यता के अनुसार, इस दिन तर्पण करने से घर और जीवन में खुशहाली का आगमन होता है। वहीं जिन जातकों की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है। उनको इस दिन व्रत करना चाहिए। साथ ही चंद्र देव की पूजा-आराधना करनी चाहिए। वहीं पितरों की आत्मा की शांति के लिए धार्मिक उपाय भी किए जाते हैं।