वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शुभ और अशुभ बातों का अधिक ध्यान रखा जाता है। इन नियमों का पालन करने वाले व्यक्ति के घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। आपने देखा होगा कि लोग किसी भी शुभ कार्य में दाहिने हाथ का इस्तेमाल करते हैं। वहीं दाहिने हाथ से अपने से छोटों को आशीर्वाद दिया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर आशीर्वाद दाहिने हाथ से ही क्यों दिया जाता है। अगर आपका जवाब नहीं है, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि आशीर्वाद देते समय दाहिने हाथ का इस्तेमाल क्यों किया जाता है।
दाहिने हाथ से क्यों देते हैं आशीर्वाद
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक दाहिने हाथ का संबंध सूर्य से होता है। इसलिए इस हाथ को बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार, दाहिने हाथ से आशीर्वाद देने से मन में सकारात्मकता का संचार होता है। इसलिए दाहिने हाथ से आशीर्वाद दिया जाता है।
सकारात्मक ऊर्जा
धार्मिक मान्यताओं की मानें, तो किसी भी व्यक्ति का दायां हिस्सा पॉजिटिविटी और ताक से भरपूर होता है। वहीं बायां हिस्सा निगेटिव और कमजोर होता है।
नकारात्मक ऊर्जा
मान्यताओं के मुताबिक दाहिने हाथ से आशीर्वाद देने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और मन में सकारात्मक विचार आने लगते हैं।
एक्टिव होता है दाहिना हाथ
बाएं हिस्से की अपेक्षा व्यक्ति का दाहिना हिस्सा ज्यादा एक्टिव होता है। इसलिए किसी भी काम को करने के लिए दाएं हाथ का प्रयोग किया जाता है। साथ ही इस हाथ में अधिक ऊर्जा होती है। वहीं दाहिने हाथ को पवित्र माना जाता है।
ज्योतिष में क्यों खास है दाहिना हाथ
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ज्योतिष में दाहिना हाथ खास महत्व रखता है। यह सूर्य ग्रह और सिंह राशि से संबंध रखता है। इसलिए आशीर्वाद देने के समय दाहिने हाथ का इस्तेमाल किया जाता है।