By Astro panchang | May 11, 2020
सामुद्रिक शास्त्र, भारतीय ज्योतिष का एक मुख्य अंग माना गया है। इसी के द्वारा मनुष्य के शरीर के विभिन्न अंगो की सरंचना के आधर पर उनके भविष्य को जानने की रीति है। सामुद्रिक शास्त्र के द्वारा ही महर्षियों ने मनुष्यों के जन्म से लेकर मृत्युपरान्त की सभी बातों को जान लिया करते थे। इस शास्त्र में मुख्यतः दो विषय होते हैं- पहला-लक्षण और दूसरा- रेखा। सामुद्रिक शास्त्र के द्वारा शरीर के विभिन्न लक्षणों के आधार पर मनुष्य के बारे में आंकलन किया जा सकता है जैसे- मनुष्य के हाथों की उँगलियों में शंख, चक्र, व शीपी जैसे आकार देख कर आकलन करना। इन लक्षणों से भविष्य का आकलन किया जाता है तो आइये आज जानते है आपकी उँगलियों में कितने शंख होने पर उसका क्या प्रभाव होता है।
यदि किसी मनुष्य की 10 उंगलीयोन में से सिर्फ एक में शंख का निर्माण हो तो वह मनुष्य उच्च शिक्षा ग्रहण करके अच्छे पद पर होता है और सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
किसी मनुष्य की अंगुलियों में दो शंख हो तो वह मनुष्य कठिन परिश्रम से ही किसी वस्तु की प्राप्ति कर पाता है तथा उसका जीवन सामान्य रहता हैं। ऐसे लोग दूसरों पर निर्भर रहकर अपना जीवन व्यतीत करते हैं।
ऐसे व्यक्ति जिनकी अंगुलियों में तीन शंख होते है तो ऐसे मनुष्यों का स्त्रियों के प्रति विशेषरूप से आशक्त रहता है और ये लोग अपनी आमदनी का शत-प्रतिशत भाग भौतिक वस्तुओं पर व्यय करता है। ऐसे लोग क्लर्क, सेक्रेटरी या पीआरओ आदि पोस्ट पर नौकरी करते हैं।
जिन व्यक्तियों के हाथों की अंगुलियों में चार शंख हो तो ऐसे लोग राजा के तुल्य सुख भोगते है और समाज में सम्मान पाते हैं। ऐसे लोग परिवार के कुलदीपक माने जाते हैं। ऐसे लोग विधायक, सांसद, मंत्री आदि पद पर होते हैं।
यदि किसी मनुष्य के के हाथों की अंगुलियों में पांच शंख हों तो ऐसे लोग अपनी प्रभुता से समाज के अधिकतर लोगों के दिलों पर राज करते हैं और अपनी जीविका अर्जित करने के लिए जल की यात्रा करते हैं और उसी से सम्बन्धित कार्य भी करते हैं।
ऐसे व्यक्ति जिनके हाथों की अंगुलियों में छह शंख हो तो ऐसे मनुष्य अपनी विद्वता से समाज का मार्गदर्शन करते हैं। ऐसे लोग ज्योतिषी, धर्म उपदेशक, आध्यात्मिक गुरू आदि होते हैं।
यदि किसी मनुष्य के हाथों की अंगुलियों में सात शंख हो तो ऐसे लोग आर्थिक परेशानीओ से ग्रसित रहते है। ऐसे लोगों के सन्तान उत्पत्ति के पूर्व ही जीवन में कुछ हालात सुधरते है। ऐसे लोगो की स्त्रियां काफी संघर्षशील मानी जाती है।
जिन व्यक्तियों के हाथों की अंगुलियों में आठ शंख होते है तो ऐसे लोग अपनी मेहनत के बलबूते पर सुखी जीवन व्यतीत करते है। ऐसे लोग अपने सम्बन्धों की वहज से बहुत जल्द ही उच्च शिखर पर पहुंच जाते हैं।
ऐसे व्यक्ति जिनके हाथों की अंगुलियों में नौ शंख होते है तो ऐसे लोग स्त्री प्रकुति के होते है और उनके सारे काम महिलाओं को आकर्षित करने वाले होते है और महिलायें इनका भरपूर सहयोग भी करती है। इन लोगों का 40 वर्ष के बाद समय अच्छा आता है।
यदि किसी मनुष्य के हाथों की अंगुलियों में दस शंख होते है तो ऐसे लोग आईएस, पीसीएस, प्रमुख सचिव आदि उच्च पद पर होकर सुखमय जीवन व्यतीत करते है। ऐसे लोगों के जीवन में 45 वां वर्ष काफी कष्टदायी साबित हो सकता हो सकता है।