By Astro panchang | Dec 09, 2019
हर व्यक्ति यह जानना चाहता है कि उसकी आयु कितनी है। अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपकी आयु कितनी है तो इसका तरीका बहुत आसान है। ऐसा कहा जाता है कि मनुष्य अपनी मृत्यु की तारीख अपने जन्म के साथ लेकर आता है। हम कही भी रहें मृत्यु हमेशा हमारे साथ ही रहती है। लेकिन ऐसा भी कहते हैं कि व्यक्ति अपने कर्म से मृत्यु की तारीख आगे पीछे कर सकता हैं। यहां हम आपको हस्तरेखा विज्ञान की उन चार विधियों को बता रहें जिनसे आप अपनी आयु का रहस्य जान सकते हैं।
ऐसे जिया जाता है 70 साल से ज्यादा
हथेली के निचले मंगल स्थान से शुक्र को गोल घेरते हुए, मणिबांध से अगर एक अटूट रेखा जा रही हो तो वो पूर्ण आयु रेखा है। ऐसे में व्यक्ति 70 साल से ज्यादा जीता है। लेकिन हाथ की आयु रेखा बीच से कही टूट रही हो तो वे अच्छे संकेत नहीं होते। अगर रेखा कटने के बाद भी आगे बढ़ रही हो तो वे शुभ संकेत बन सकता है।
ऐसे होते है सोच विचार वाले लोग
यदि मस्तिष्क रेखा (मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा लगभग एक ही स्थान से प्रारंभ होती है) और जीवन रेखा के मध्य थोड़ा अंतर हो तो व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाला होता है। यदि मस्तिष्क रेखा और जीवन रेखा के मध्य अधिक अंतर हो तो व्यक्ति बिना सोच-विचार के कार्य करने वाला होता है।
ये होती है तरक्की की निशानी
यदि जीवन रेखा से कोई शाखा गुरु पर्वत क्षेत्र (इंडेक्स फिंगर के नीचे वाले भाग को गुरु पर्वत कहते हैं) की ओर उठती दिखाई दे या गुरु पर्वत में जा मिले तो इसका अर्थ यह समझना चाहिए कि उस व्यक्ति को कोई बड़ा पद मिलता है या व्यापार-व्यवसाय में तरक्की प्राप्त होती है।
इनको मिलेगा धन का लाभ
यदि जीवन रेखा से कोई शाखा शनि पर्वत क्षेत्र (मिडिल फिंगर के नीचे वाले भाग को शनि पर्वत कहते हैं) की ओर उठकर भाग्य रेखा के साथ-साथ चलती दिखाई दे तो इसका अर्थ यह होता है कि व्यक्ति को धन-संपत्ति का लाभ मिल सकता है। ऐसी रेखा के प्रभाव से व्यक्ति को सुख-सुविधाओं की वस्तुएं भी प्राप्त हो सकती हैं।
इन लोगों को आता है संकट
जब टूटी हुई जीवन रेखा शुक्र पर्वत के भीतर की ओर मुड़ती दिखाई देती है तो यह अशुभ लक्षण होता है। ऐसी जीवन रेखा बताती है कि व्यक्ति को किसी बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है। यदि जीवन रेखा अंत में दो भागों में विभाजित हो गई हो तो व्यक्ति की मृत्यु जन्म स्थान से दूर होती है।