हिंदू धर्म में सामुद्रिक शास्त्र बहुत ही रहस्यमय है। सामुद्रिक शास्त्र में वह सभी बातें बताई गई हैं, जिनकी मदद से जातक अपने भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति को देखकर भविष्य का आकलन किया जा सकता है। ठीक उसी तरह से सामुद्रिक शास्त्र में हस्त रेखा का विश्लेषण किया जाता है। सामुद्रिका शास्त्र के मुताबिक हर व्यक्ति के हाथ में एक ऐसी रेखा पाई जाती है, जो व्यक्ति को बहुत बड़ा व्यापारी बना देती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं व्यक्ति के हाथ में वह रेखा कहां पर है।
बुध रेखा
सामुद्रिक शास्त्र के मुताबिक हथेली में आयु रेखा के पास से भाग्य रेखा से जाते हुए जो रेखा कनिष्ठा यानी की सबसे छोटी उंगली की तरफ जाती है। उसको बुध रेखा कहा जाता है। जिस भी व्यक्ति के हाथ में यह बुध रेखा पायी जाती है, उस व्यक्ति का व्यापार में अधिक रुझान होता है। जिस भी व्यक्ति के हाथ में यह रेखा होती है, वह अपने जीवन बहुत बड़ा कारोबार संभालता है। वहीं अगर ऐसे व्यक्ति के पास पहले से व्यापार नहीं होता है, तो यदि वह व्यापार शुरू करते हैं, तो वह सफल होते हैं और जीवन में काफी धन कमाते हैं। पुरुष के दाएं हाथ में यह रेखा देखी जाती है और महिलाओं के बाएं हाथ में यह रेखा देखी जाती है।
व्यापार की रेखा
हथेली में व्यापार रेखा जितनी स्पष्ट, साफ और गहरी होती है, उतना ही ज्यादा इसका असर जातक के जीवन में देखा जाता है। वहीं जिस जातक के हाथ में इस रेखा को कोई अन्य रेखा नहीं लांघती है, तो इसका पूरा फल मिलता है। वहीं जिन जातकों के हाथ में बुध रेखा एकदम स्पष्ट होती है, ऐसे जातक बुद्धिमान और तार्किक शक्ति के प्रबल होते है।