ज्यादातर लोग नंबर 7 को अपना लकी नंबर मानते हैं। कुछ लोग अपनी डेट ऑफ बर्थ वाली डेट को अपना लकी नंबर मानते हैं। अंकशास्त्र में भी नंबर 7 को लकी माना गया है। हर शुभ काम में इस नंबर का इस्तेमाल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 7 नंबर को लकी क्यों माना जाता है। अंकशास्त्र के मुताबिक जब किसी व्यक्ति को एक ही नंबर हर जगह दिखे तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। एक ही नंबर का किसी ना किसी कारण से व्यक्ति को दिखना उसके भविष्य के बारे में संकेत देता है।
ऐसे में अगर आपको नंबर 7 बार-बार दिख रहा है, तो इसका मतलब है कि आप जिस राह पर चल रहे हैं। वह एक सही रास्ता है। आप अपने लक्ष्य को पाने की तरफ बढ़ रहे हैं। अगर आप कोई काम कर रहे हैं और यह अंक यानी की 7 नंबर बार-बार आपके सामने आ रहा है, तो आप अपनी सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। जिस भी काम में आप लगे हैं वह जल्द ही पूरा होने वाला है।
वहीं अगर आपको 7 नंबर बार-बार दिख रहा है, तो इसका मतलब है कि कोई दैवीय शक्ति आपके साथ है। जो हर कदम पर आपकी मदद कर रही है। इसके अलावा जिन व्यक्तियों का मूलांक 7 होती है, वह काफी जानकार होते हैं। उनको हर क्षेत्र की जानकारी होती है। ऐसे लोग काफी ज्ञानी होते हैं और जिस क्षेत्र में कदम रखते हैं उसके बारे में वह तगड़ी कमांड रखते हैं। इन लोगों को धर्म और आध्यात्म के बारे में काफी रूचि होती है।
मूलांक 7 वाले लोग दानी किस्म के होते हैं और यह लोग जीवन में जो ठान लेते हैं। उसे पूरा करके ही मानते हैं। अपनी मेहनत, काबिलियत और किस्मत के दम पर कम समय में ऊंची पद-प्रतिष्ठा हासिल करते हैं। इन लोगों की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी होती है। 7 नंबर को हर धर्म में लकी माना जाता है। इस्लाम और यहूदी में भी 7 नंबर को लकी माना जाता है। मुस्लिम लोग अपने धर्म स्थल काबा के 7 चक्कर लगाते हैं। हिंदू वेदों में भी 14 लोक हैं, जिसमें से 7 उच्च और 7 पाताल लोक हैं। बौद्ध धर्म में भी भगवान बुद्ध ने जन्म के बाद 7 पग रखे थे।