कई बार लोगों की बहुत कीमती चीज खो जाती है। लेकिन जिसकी चीज खोती है, वही उसके खोने का दुख जानता है। कुछ लोग थोड़ी सी कोशिश के बाद हार मान लेते हैं और हाथ मलते रह जाते हैं, अपनी किस्मत को दोष देते हैं। तो वहीं कुछ लोग ज्योतिष की मदद से उस चीज को वापस पाने में कामयाब हो जाते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि न्यूमेरोलॉजी यानी की अंकशास्त्र की मदद से आप अपनी खोई हुई चीज के बारे में पता लगा सकते हैं। ऐसे में अगर आपकी भी कोई कीमती चीज या सोने-चांदी के आभूषण खो गए हैं। तो आप अंक ज्योतिष की मदद से उस चीज के बारे में पता कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस खास तरीके के बारे में....
जानिए क्या कहता है ज्योतिष
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपकी कोई चीज खोई है तो पहले उसके बारे में अच्छे से जान लें। उस वस्तु के नाम में जितने अक्षर हैं, उन्हें काउंट कर लें। अब जो नंबर आए उसमें 3 अंक और जोड़ दें। अब जो अंक आ रहा हो, उसको 5 से डिवाइड कर लें। इस तरह से अगर 1 शेषफल आ रहा है, तो इसका अर्थ है कि खोई हुए वस्तु आपके घर में हैं।
शेषफल 2 या 3 आने पर
अगर पूरे अंक को 5 से डिवाइड करने पर शेषफल 2 आ रहा है, तो इसका मतलब है कि वस्तु चोरी किए जाने के बाद घर के बाहर जा चुकी है। वहीं शेषफल 3 आने का मतलब है कि वह चीज आपके बेडरूम में कहीं मिल सकती है।
शेषफल 4 आने पर
यदि शेषफल 4 आ रहा है तो इसका मतलब है कि खोई हुई चीज आपके घर के आसपास ही कहीं गिरी है या फिर फेंक दी गई है। इसके अलावा अगर शेषफल में 0 आ रहा है। तो इसका मतलब है कि किसी ने मजाक में आपकी वस्तु को छिपा दिया है और वह जल्द ही आपको मिल जाएगी।
ये तरीका भी है कारगर
बता दें कि अंकशास्त्र में किसी भी खोई हुई वस्तु को खोजने का एक और तरीका बताया गया है। ऐसे में जिस भी व्यक्ति की कोई चीज खोई है, तो वह अपने मन में 1 से 108 तक कोई भी अंक सोच ले। अब उस अंक को 9 से भाग कर दें। यदि डिवाइड करने पर शेषफल 1 आ रहा है तो इसका मलतब है कि खोया हुआ सामान घर की पूर्व दिशा में रखा है।
वहीं अगर भाग करने पर 2 बचता है तो खोई हुई वस्तु किसी महिला के पास है। तीन आने का अर्थ होता है कि आपकी खोई हुई वस्तु किसी अपने के पास है। शेषफल 4 आने का अर्थ है कि अब आपको खोई हुई वस्तु नहीं मिलेगी। 5 अंक आने का अर्थ होता है कि आपको खोई हुई वस्तु पाने के लिए थोड़ा सा इंतजार करना होगा। वहीं शेषफल 6 आने का अर्थ होता है कि आप अपनी वस्तु को ऱखकर कहीं भूल गए हैं।