शनिदेव को न्याय और कर्म का देवता माना जाता है। शनि व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से शुभ व अशुभ फल देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि की साढ़े साती के दौरान व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जातक को शुभ परिणाम नहीं मिलते हैं। वहीं वर्तमान समय में मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण, कुंभ राशि के जातकों पर दूसरा चरण व मकर राशि के जातकों पर साढ़े साती का तीसरा चरण चल रहा है।
ऐसे में अगर आपकी राशि भी मीन है, तो आप भी शनि की साढ़े साती से पीड़ित हैं। ऐसे में शनि देव की कुदृष्टि से बचने के लिए व्यक्ति को कई तरह के उपाय करने से लाभ मिल सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि मीन राशि के जातकों को शनि की साढ़े साती से बचने के लिए किन मंत्रों का जाप करना चाहिए।
गुरु मंत्र का जाप
गुरु ग्रह को 'ॐ गुरुदे नमः' समर्पित यह मंत्र मीन राशि के जातकों को जपना चाहिए। क्योंकि इस राशि के स्वामी गुरु ग्रह है। इस मंत्र का निरंतर जाप करने से जातक के ज्ञान, शिक्षा और आध्यात्मिकता में वृद्धि होती है। साथ ही यह मंत्र शनि की साढ़े साती के नकारात्मक प्रभाव को भी कम करता है।
शनि मंत्र का जाप
'ॐ शनिदेवाय नमः' और 'ॐ प्रीं शनिदेवाय नमः मंत्र शनिदेव को समर्पित है। वहीं शनि ग्रह को कर्म और न्याय का देवता माना गया है। मीन राशि के जातक इस मंत्र का जाप करते हैं, तो शनि की साढ़े साती में होने वाले कष्टों में कमी आती है।
श्रीहरि मंत्र का जाप
भगवान श्रीहरि विष्णु को जगत का पालनहार और रक्षक माना गया है। इसलिए मीन राशि के जातकों को रोजाना 'ॐ नमो नारायणाय' और 'ॐ विष्णु विष्णु' मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे जातक को भगवान विष्णु की सुरक्षा प्राप्त होती है और साथ ही शनिदेव की साढ़े साती का असर भी कम होता है।
लक्ष्मी मंत्र का जाप
मां लक्ष्मी को धन-समृद्धि और सौभाग्य की देवी माना गया है। यदि मीन राशि के जातक रोजाना 'ॐ श्रीं लक्ष्मी नमः' मंत्र का जाप करते हैं। तो उनको धन-दौलत और समृद्धि प्राप्त होती है। वहीं शनि की साढ़े साती के दौरान इस मंत्र का जाप करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
इन मंत्रों का करें जाप
मीन राशि के जातकों को मंत्र जाप करने से पहले किसी शांत स्थान पर बैठना चाहिए। फिर उसके बाद मंत्र जाप करना चाहिए।
इस मंत्रों का जाप करने से पहले स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
आप चाहें तो किसी माला से भी इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
आप रोजाना 108 बार इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं।