शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। शनि देव व्यक्ति को उसके द्वारा किए गए कर्मों के मुताबिक फल देते हैं। पौराणिक मान्यता के मुताबिक शनि देव की वक्र दृष्टि के कारण व्यक्ति को स्वास्थ्य, संपत्ति, नौकरी, दांपत्य जीवन और कारोबार में समस्या का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि शनिदेव की अशुभ दशा का नाम सुनते ही व्यक्ति घबरा जाता है। इन उपायों से बचने के लिए लाल किताब में कुछ उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने से आप शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं और समस्या से मुक्ति पा सकते हैं। आइए जानते हैं शनिदेव को खुश करने के लाल किताब के उपाय...
लाल किताब के उपाय
लाल किताब के मुताबिक शनि देव को प्रसन्न करने के लिए व्यक्ति को अपंग, निर्धन, असहाय व्यक्ति और सफाई कर्मचारी आदि को शहद का दान देना चाहिए। इससे शनिदेव का कोप कम होता है। वहीं व्यक्ति को भी समय-समय पर शहद का सेवन करना चाहिए। बता दें कि शनि देव के कुप्रभावों से बचने का यह एक अचूक उपाय है।
इसके अलावा शनि देव की कृपा पाने के लिए घर पर शमी का पौधा जरूर लगाएं। फिर रोजाना शमी के पौधे को जल चढ़ाएं। इस उपाय को करने से शनिदेव का कुप्रभाव कम होगा। शमी के पौधे को घर के बाहर इस तरह से लगाएं कि जब भी आप घर से बाहर निकलें तो यह आपके दाहिने हाथ की ओर हो। लेकिन अगर घर के बाहर जगह नहीं है तो आप शमी के पौधे को घर की दक्षिण दिशा में भी लगा सकते हैं।
शनि देव को न्याय प्रिय देवता कहा जाता है। इसलिए जो लोग नेक और अच्छे कर्म करते हैं, उन पर शनिदेव की कृपा दृष्टि बनी रहती है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की दशा सही नहीं चल रही होती है। तो उस व्यक्ति को निस्वार्थ भाव से दिव्यांग, निर्धन, विधवा या जरूरतमंद की सहायता करनी चाहिए। ऐसे व्यक्ति को हमेशा अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।
लाल किताब के मुताबिक जो व्यक्ति सट्टा लगाना, शराब आदि नशीले पदार्थों का सेवन और जुआ आदि खेलने जैसे बुरे कर्म करता है। उसे शनि देव के कोप को झेलना पड़ता है। इसलिए इन कामों से दूर रहना चाहिए। जिन लोगों की कुंडली में शनि की दशा ठीक न हो उन्हें यह सारे कर्म नहीं करने चाहिए। वरना उस व्यक्ति को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।